
किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं। आखिरकार किसानों के सामने केंद्र की मोदी सरकार को झुकना ही पड़ गया।
किसानों की बिना शर्त बातचीत पर सरकार मान गई है। मंगलवार को दोपहर 3 बजे भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 32 किसान नेता बैठक करेंगे।
इससे पहले जेपी नड्डा के घर गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने हाई लेवल मीटिंग की।
इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करके किसानों के मुद्दे पर मोड़ो सरकार को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने ट्वीट में कहा कि, “आय दोगुनी करने का जुमला देकर कृषि क़ानून की आड़ में किसानों की ज़मीन हड़पने का जो षडयंत्र है वो हम खेती-किसानी करनेवाले अच्छे से समझते है।
हम अपने किसान भाइयों के साथ हमेशा की तरह संघर्षरत हैं, जिससे एमएसपी, मंडी व कृषि की सुरक्षा करनेवाली संरचना बची-बनी रहे। भाजपा अब ख़त्म!”
गौरतलब है कि लाखों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले पंच दिनों से तीन किसान कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों का प्रदर्शन बाद रूप लेते देख मोदी सरकार हरकत में आई है। इस कानूनों से किसानों को डर है कि इससे एमएसपी समाप्त हो जाएगा।
आय दोगुनी करने का जुमला देकर कृषि क़ानून की आड़ में किसानों की ज़मीन हड़पने का जो षडयंत्र है वो हम खेती-किसानी करनेवाले अच्छे से समझते है. हम अपने किसान भाइयों के साथ हमेशा की तरह संघर्षरत हैं, जिससे एमएसपी, मंडी व कृषि की सुरक्षा करनेवाली संरचना बची-बनी रहे.
भाजपा अब ख़त्म!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 1, 2020