अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत को लेकर रुख दिन–प्रतिदिन कड़ा होता जा रहा है. ट्रंप आए दिन भारत को असहज करने वाली टिप्पणियां करते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने 25 वीं बार भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा किया था. ट्रंप भारत पर टैरिफ लगाने की भी धमकी देते रहते हैं. ट्रंप ने भारत में Apple कंपनी द्वारा आईफोन मैन्युफैक्चर किए जाने पर नाखुशी जाहिर की थी.
ट्रंप अब इससे एक कदम आगे बढ़ाते हुए Google, Microsoft, Meta जैसी दिग्गज टेक कंपनियों को भारत के लोगों को नियुक्त न करने का आदेश दिया है. जो भारत के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. ट्रंप ने ये बातें बुधवार को वाशिंगटन में आयोजित AI Summit के दौरान कही.
ट्रंप ने कहा, “ हमारी कई बड़ी टेक कंपनियों ने चीन में फैक्ट्रियां बनाकर, भारत में कर्मचारियों को नियुक्त करके और आयरलैंड में मुनाफा जमा करके अमेरिकी आज़ादी का लाभ उठाया है.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि कंपनियों ने अमेरिका की स्वतंत्रता का लाभ उठाकर मुनाफा कमाया और विदेश में निवेश किया. लेकिन अब वो दिन गए है. AI की दौड़ जीतने के लिए सिलिकॉन वैली से आगे तक देशभक्ति और निष्ठा की जरूरत होगी.
आपको बताने दें कि दुनिया की कई बड़ी टेक कंपनियों के कर्मचारी और CEO जैसे पोस्ट पर भारतीय मूल के लोग काबिज हैं. यही बात डोनाल्ड ट्रंप को खटकती है. गूगल के CEO सुंदर पिचाई Microsoft के CEO सत्या नडेला के अलावा कई बड़ी कंपनियों के CEO भारतीय मूल के हैं.
वहीं ट्रंप के बयान पर कांग्रेस समेत तमाम लोगों ने मोदी सरकार से सवाल किया.
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “अब मोदी मित्र ट्रम्प को हिंदुस्तान में नौकरियों से भी दिक्कत है. पहले Apple को हमारे यहाँ मैनुफैक्चरिंग के ख़िलाफ़ धमका चुके हैं. हमारे लोगों को बेड़ियों और हथकड़ियों में खदेड़ चुके हैं. कमाल है, भारत विरोधी इन बयानों पर मोदी जी चुप कैसे रह पाते हैं?”
https://x.com/SupriyaShrinate/status/1948271342648012916?s=19
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पोस्ट पर PM मोदी से जवाब मांगते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी के ‘दोस्त’ ट्रंप ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला. ट्रंप ने कहा- अमेरिका की टेक कंपनियां भारत में लोगों को काम पर रखती हैं.लेकिन मेरे राज में वो दिन खत्म हुए. ट्रंप का साफ संदेश है- भारत के लोगों को काम ना दिया जाए. नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए.”
https://x.com/INCIndia/status/1948240914939314182
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. मुकेश कुमार ने ट्रंप के बयान पर लिखा , “अरे मूर्खानंद….अमेरिका की टेक कंपनियां चीन और भारत के सस्ते श्रम के बूते ही इतनी बड़ी बनी हैं. केवल टेक्नोलॉजी से वे क्या उखाड़ लेतीं. अमेरिका में श्रम की लागत बहुत ज़्यादा है. अगर वे वहाँ प्रोडक्शन करतीं तो डूब गई होती. चीन और भारत ने सस्ता श्रम मुहैया करवाया और बड़े बाजार भी. अब अगर तुम अपनी कंपनियों को फोर्स करके अमेरिका में प्रोडक्शन करवाओगे तो क्या हश्र होगा सोच लेना. कहीं अमेरिका को ग्रेट बनाते-बनाते उसे बर्बाद न कर देना.”
https://x.com/mukeshbudharwi/status/1948229055809249312?s=19