एक तरफ जहां पड़ोसी देश नेपाल जल रहा है जिसकी मीडिया में खूब चर्चा हो रही है. वहीं भारत के असम हजारों लोग सड़कों पर उतरे हैं जिसकी खबरें मीडिया से पूरी तरह से गायब हैं. जिसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग टीवी मीडिया से सवाल कर रहे हैं. असम की खबर न दिखाने को लेकर राजनीतिक पार्टियां और पत्रकार टीवी मीडिया की जमकर आलोचना कर रहे हैं. 

दरअसल असम में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के वादे को पूरा करने  लेकर असम की दो प्रमुख जातियां मोरान और कोच राजबोंगशी ने तिनसुकिया और धुबरी जिलों में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन विरोध किया. विरोध की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हैं.

तिनसुकिया जिले में ऑल मोरान स्टूडेंट्स यूनियन (एएमएसयू) के बैनर तले मोरान समुदाय के 20 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ विरोध मार्च निकाला. मोरान और कोच राजबोंगशी जाति लोग दशकों से अनुसूचित जनजाति का दर्जा पाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. 2016 पीएम मोदी ने वादा किया था कि मोरन और कोच राजबोंगशी सहित असम के छह मूलनिवासी समुदायों को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाएगा. जिसको अभी तक पूरा नहीं किया गया है.  असम में 2026 विधानसभा चुनाव आने वाले हैं. विरोध कर रहे दोनों संगठनों ने आंदोलन तेज करने की धमकी दी है. 

असम में चल रहे प्रदर्शन की भले ही टीवी मीडिया में न चर्चा हो रही हो लेकिन इसकी सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है.  

आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा, “असम में BJP सरकार के खिलाफ हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं. असम की प्रमुख जातियों से जुड़े लोगों ने तिनसुकिया और धुबरी जिलों में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किए. इनकी मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में इन्हें अनुसूचित जनजाति और छठी अनुसूची में शामिल करने का वादा किया था लेकिन 10 साल बीत गए हैं आज तक उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया, इसी वादाखिलाफी के विरोध में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर मशाल जुलूस निकाल रहे हैं और BJP सरकार का विरोध कर रहे हैं.”

https://x.com/AamAadmiParty/status/1966105384550281661

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया त्रीनेत इस खबर को मीडिया में न दिखाने पर मीडिया की आलोचना करते हुए लिखा, “असम में मोरान समुदाय के लोग इतनी बड़ी संख्या में सड़कों पर BJP के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं 2014 के चुनाव में मोदी जी ने मोरान समुदाय को आदिवासी दर्जा देने का वादा किया था – हर बार की तरह वोट लेकर वादा पूरा नहीं किया असम देश का हिस्सा है – यह खबर कोई मीडिया दिखा रहा है आपको?”

https://x.com/SupriyaShrinate/status/1966043596303523961

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक ने एक्स पर लिखा, “ये ‘नेपाल’ नहीं ‘असम’ का दृश्य है! ‘मोरान समुदाय’ भाजपा के खिलाफ सड़कों पर है क्योंकि ‘मोदी जी’ ने इन्हें ‘धोखा’ दिया! 2014 के चुनाव में मोदी जी ने इस समुदाय को आदिवासी दर्जा देने का वादा किया था.जो आज तक पूरा नहीं हुआ! ‘गोदी मीडिया’ ये खबर क्यों दिखाएगा?”

https://x.com/NayakRagini/status/1966049992092614794

पत्रकार रणवियज सिंह ने मीडिया में इस खबर की चर्चा न होने पर मीडिया की आलोचना करते हुए लिखा, “असम में मोरान समुदाय BJP और नरेंद्र मोदी के विरोध में इतना बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं. मीडिया में इसके बारे में एक खबर नहीं है. कोई भी एंकर इसका जिक्र नहीं कर रहा है. जैसे आदेश हो कि सरकार का विरोध दिखाना नहीं है.

https://x.com/ranvijaylive/status/1966023810093572466

पत्रकार कृष्णकांत ने लिखा, “असम का आदिवासी समाज भाजपा सरकार के खिलाफ कई दिनों से सड़क पर है. गोदी मीडिया को अब तक पता नहीं चल पाया है. उन्हें सिर्फ वही खबर पता चलती है जो जोशी जी व्हाट्सएप पर भेजते हैं.

https://x.com/kkjourno/status/1965975182759309592

प्रिया सिंह नाम की एक एक्स यूजर ने लिखा, “नेपाल और फ़्रांस की तस्वीर नहीं है, ये असम की तस्वीर है. यहां भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं. ये मोरान समुदाय के लोग BJP और मोदी सरकार के विरोध में इतना बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि गोदी मीडिया में इसे लेकर निल बटे सन्नाटा है.”

https://x.com/priyarajputlive/status/1966028691542364555

 

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