देश में कानून अब मजाक बनकर रह गया है। अगर आपके पास पैसा है तो आप कानून को अपनी जेब में भी रख सकते हैं. भले ही वह रेप का दोषी हो और उसे आजीवन कारावास की सजा मिली हो. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आ चुका है. उसको 40 दिन के लिए 14वीं बार पैरोल मिली है. रहीम को अपना बर्थडे मनाने लिए लिए जेल से पैरोल दी गई है. इस तरह किसी रेपिस्ट का जेल से बार–बार बाहर आना न केवल कानून का मजाक है बल्कि पीड़ितों के मन में डर उत्पन्न करता है.
रहीम 5 अगस्त को रोहतक की सुनारिया जेल से सुबह 6 बजे काफिले के साथ सिरसा के डेरे में चला गया। रहीम को इसी साल अप्रैल में 21 दिन की फरलो मिली थी। इसी तरह राम रहीम अपनी सजा में से 1 साल से अधिक समय तक जेल से बाहर बिताएगा. इसी साल उसको 60 दिन से अधिक पैरोल मिल चुकी है. पिछले 4 साल में लगभग 1 साल से अधिक तो जेल से बाहर रह चुका है.
क्या था मामला?
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम अपनी दो साध्वियों के साथ यौन शोषण के मामले में दोषी पाया गया था और 2017 में सीबीआई कोर्ट में उसे 20 साल की सजा सुनाई गई थी. साथ ही उस पर 30 लाख 20 हजार का जुर्माना भी लगाया गया था. रहीम को 2019 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में भी दोषी ठहराया गया था. इसके अलावा 2002 में अपने ही मैनेजर की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा दी गई थी। रहीम ने 1999 में दो साध्वियों के साथ यौन शोषण किया था.
सजा बन चुकी है मजाक
रहीम को सबसे पहले अक्टूबर 2020 में एक दिन की पैरोल मिली थी. वहीं मई 2021 में 1 दिन की पैरोल दी गई थी। फिर 2022 में 91 दिन पैरोल, जिसमें फरवरी 2022 में 21 दिन, अक्टूबर 2022 में 40 दिन और जून 2022 में 30 दिन की पैरोल दी गई थी. इसी तरह 2023 में 91 दिन की पैरोल दी गई, जिसमें जनवरी 2023 में 40 दिन, जुलाई 2023 में 30 दिन, नवंबर 2023 में 21 दिन की पैरोल दी गई. वहीं जनवरी 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले 50 दिन की पैरोल दी गई. फिर जनवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 30 दिन की, अप्रैल 2025 में 21 दिन की और अब रक्षाबंधन और बर्थडे के जश्न के लिए 40 दिन की पैरोल दी गई है.
गुरमीत राम रहीम को लगातार पैरोल मिलना यह दिखाता है कि उसकी हरियाणा और आम लोगों में अभी कितना प्रभाव है. यह हमारे सिस्टम और व्यवस्था पर भी सवाल करता है कि कैसे एक बलात्कारी को लगातार पैरोल दी जा रही है?