
यूपी में विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में नेताओं की बयानबाजी तेज होती जा रही है. इसी क्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरे लिए यूपी की 25 करोड़ जनता ही मेरा परिवार है.
इस पर लोगों ने तरह तरह की टिप्पणी शुरु कर दी. कई लोगों ने योगी आदित्यनाथ के इस बयान का मजाक उड़ाया तो कई लोगों ने उनका समर्थन भी किया.
शौकत अली ने योगी आदित्यनाथ के इस ट्वीट पर लिखा कि 25 करोड़ की इस गिनती में तो मुसलमान भी आ जाएंगे.
जय सिंह भदौरिया ने लिखा कि “नहीं एक कम कर दो. मैं आपके परिवार का तो कतई नहीं हो सकता. मैं संविधान को मानने वाला आदमी हूं. आप लोगों की जहरीली विचारधारा से कोसों दूर रहता हूं.”
ऐसे एक नहीं अनगिनत रिप्लाई योगी आदित्यनाथ के ट्वीट के जवाब में आए. कई लोगों का कहना था कि उस वक्त ये परिवार कहां चला गया था, जब आप कोरोना के दौर में उन्हें ऑक्सीजन तक उपलब्ध नहीं करा पाए थें और लोग तड़प तड़प कर मर गए थें.
लोगों ने कहा कि योगीजी, अगर आप यूपी की 25 करोड़ जनता को अपना परिवार मानते तो उन्हें ऑक्सीजन, बेड और दवा के अभाव में यूं ही मरने नहीं देतें और बड़ी संख्या में मौतों के बाद ऑल इज वेल का नारा नहीं लगाते.
वहीं लोगों ने सीएम योगी को यह भी याद दिलाया कि कैसे उनकी सरकार में लोगों को रोजगार मांगने पर लाठियों से पिटवाया जाता है.
अगर सचमुच यूपी के 25 करोड़ लोग उनके परिवार के सदस्य होते तो योगी सरकार में उनपर लाठी गोली नहीं चलाई जाती.
बेरोजगारी का सवाल उठाते हुए ही एवियेटर अमरनाथ कुमार नाम यूजर ने लिखा कि और इस 25 करोड़ में से 10 करोड़ लोग नौकरी के चक्कर में राज्य से बाहर पलायन कर गए हैं.
कुछ लोगों ने यह भी पूछ दिया कि इन 25 करोड़ में से कितने लोग यूपी में रहते हैं और कितने लोग दूसरे प्रदेशों में जाकर नौकरी करते हैं, यह आंकड़ा भी जरा बता दिया जाए !