कनाडा में इस साल आयोजित हो रहे जी-7 वार्षिक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के शामिल होने की संभावना लगभग शून्य हो गई है. अल्बर्टा में होने वाले इस शिखर सम्मेलन में अभी तक कनाडा की तरफ से कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं आया है. ना भारत ने इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने की दिलचस्पी दिखाई है. जिसके बाद लगभग यह तय हो गया है कि पीएम मोदी इस साल जी-7 के वार्षिक शिखर में हिस्सा नहीं लेंगे. हालांकि इस मामले पर भारत या कनाडा की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
आपको बता दें कि सितंबर 2023 में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के रिश्तो में खटास आ गई थी. बाद में जस्टिन ट्रूडो के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि भारत और कनाडा के संबंधों में सुधार आ सकता है. फिलहाल इसकी संभावना कम दिख रही है.
जी-7 दुनिया की 7 विकसित अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है. जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका है. जिसके वार्षिक शिखर सम्मेलन में दुनिया के कई देशों को बुलाया जाता है. पीएम मोदी ने 2019 के इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते आ रहे हैं.
कनाडा की मीडिया के अनुसार इस साल जी-7 में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन और ब्राजील के नेताओं के भाग लेने की संभावना है.
वहीं मीडिया में प्रधानमंत्री को जी-7 में निमंत्रण की खबरों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस ने इसे फेल विदेश नीति बताया है.
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा पीएम मोदी पर तंज कसते हुए एक्स पर लिखा लिखा, “नरेंद्र मोदी का एक और मास्टर स्ट्रोक! भारत को कनाडा में होने वाली G7 बैठक में भी आमंत्रित नहीं किया गया है. जो मोदी और एस. जयशंकर की विफल कूटनीति का सीधा नतीजा है.“
केरल कांग्रेस ने इस पूरी खबर पर तंज करते हुए ट्वीट लिखा, “हमारे विश्व गुरु को G7 मीटिंग में क्यों नहीं बुलाया जा रहा है? क्या गड़बड़ है? एस जयशंकर क्या आप एक बार जाकर देख सकते हैं?“
कांग्रेस प्रवक्ता लावन्या बलाल जैन ने लिखा, “गले मिलने और महंगे उपहारों के बाद भी विश्व गुरु को जी-7 बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया? भारत में सुर्खियां बटोरना और विदेशी संबंधों को संभालना दो अलग-अलग बातें हैं और भाजपा दोनों मोर्चों पर विफल हो रही है.
विनय कुमार डोकानिया नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “ट्रम्प ने मोदी को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित न करके उनकी असली जगह दिखा दी है. अब दुनिया मोदी को जी-7 बैठक में शामिल न करके उनकी छवि खराब कर रही है. मोदी आपदा पर विश्व गुरु का मजाक बार-बार खुद को बदल रहा है और कैसे!”