भारत को विदेश नीति के मोर्चे पर एक बड़ा झटका लगा है. मंगलवार को पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाल ली. पाकिस्तान एक महीने तक UNSC की अध्यक्षता करेगा. जिसने भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं. पाकिस्तान को इसी साल जनवरी में 2 साल के लिए UNSC का सदस्य चुना गया था. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को UNSC में चुने जाने के लिए 193 में से 182 वोट मिले थे. सुरक्षा परिषद में अध्यक्ष बनना रोटेशनल प्रक्रिया का हिस्सा है. पाकिस्तान को जुलाई महीने की अध्यक्षता मिली है. आपको बता दें कि UNSC में 15 में 10 अस्थायी व 5 स्थायी सदस्य हैं.
UNSC की एक महीने की अध्यक्षता के दौरान पाकिस्तान हाई लेवल बैठकों की अध्यक्षता करेगा. पाकिस्तान की अध्यक्षता में 22 जुलाई को ‘बहुपक्षवाद और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय शांति विषय पर चर्चा होगी. वहीं 24 जुलाई को ‘संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय एवं उप-क्षेत्रीय संगठनों के बीच सहयोग: इस्लामिक सहयोग संगठन’’ के कार्यक्रम पर चर्चा करेगा.
पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान के बीच रिश्तो में कड़वाहट जारी है. भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर कर पाकिस्तान को सबक सिखाय़ा था. भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को भी रद्द कर दिया था. वहीं पाकिस्तान UNSC का अध्यक्ष बनने पर कश्मीर के मुद्दे को भी तूल दे सकता है. वह दुनिया के अन्य देशों को भारत के विरुद्ध के भड़काने की कोशिश कर सकता है.
वहीं पाकिस्तान को UNSC की अध्यक्षता मिलने पर कांग्रेस और तमाम लोग इसे मोदी सरकार की कमजोर नीति बता रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट PM मोदी की विदेश यात्राओं पर सवाल करते हुए लिखा,
“पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना दिया गया. कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान को UN की ‘आतंकवाद निरोधक समिति’ का उपाध्यक्ष बनाया गया था. नरेंद्र मोदी के विदेश घूम-घूम कर लोगों के गले पड़ने का क्या फायदा हो रहा है? विदेश नीति क्यों चौपट हो गई है?”
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया नेत्री ने PM मोदी की आलोचना करते हुए लिखा. “प्रधानमंत्री को विदेश घूमने से फुर्सत नहीं और विदेश नीति का बैंड बजा हुआ है. आतंकी देश पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बन गया. कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान को UN की ‘Counter Terror Committee’ का उपाध्यक्ष बनाया गया था. हम झुनझुना बजा रहे हैं क्या?
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता, डॉ. शमा मोहम्मद ने इसे भारत की विदेश नीति की एक बड़ी विफलता बताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “26/11 के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार ने सफलतापूर्वक पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग कर दिया. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत अलग-थलग पड़ गया है. वहीं पाकिस्तान को वैश्विक सहायता, समर्थन और यहां तक कि UNSC की अध्यक्षता भी मिल रही है. यह नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में भारत की विदेश नीति की एक बड़ी विफलता है.”
रिटायर्ड विंग कमांडर अनुमा आचार्य ने PM मोदी की विदेश यात्राओं पर सवाल करते हुए लिखा, “उधर पीएम मोदी को विदेशों की यात्रा कर के इधर-उधर के सम्मान बटोरने की पड़ी है और इधर पाकिस्तान की बारी UNSC के अध्यक्ष बनने की आ गयी. आप विश्व में सबसे ज़्यादा ख़ुद को सम्मानित करवा के विश्व रिकॉर्ड बनाना चाह रहे हैं, ये दिखता है, लेकिन ख़ुद के लिये सम्मान बटोर कर क्या करेंगे? ख़ुद से ज़्यादा देश के सम्मान के बारे में चिंतित होइए PM मोदी जी!”
पत्रकार दयाशंकर ने तंज कसते हुए लिखा, “विदेश मंत्रालय को ऐसी खबरों पर रोक लगानी चाहिए। दुनिया भर में भारत के सांसद घूमते रहे और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मतदान के दौरान पाकिस्तान को 193 में से 182 वोट मिल गए!”