भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ 7 मई को किए गए एयर स्ट्राइक को ’ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया था. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया. ऑपरेशन सिंदूर की पूरी दुनिया में चर्चा हुई. वही इस ऑपरेशन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी समेत कुछ अन्य लोगों आपदा में को अवसर भी दिखने लगा.
इसी अवसर का लाभ उठाते हुए मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम को एंटरटेनमेंट, फिल्में, गेम, ऑडियो वीडियो कंटेंट, कंसर्ट आदि में उपयोग के उपयोग के लिए ट्रेडमार्क देने की अपील की थी. जिस लोगों ने उनकी आलोचना शुरू कर दी और इसे आपदा में अवसर बताया. विवाद बढ़ता देख रिलायंस ने ट्रेडमार्क के लिए दिए गए आवेदन को वापस ले लिया है.
जिसके लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की तरफ से एक एक लेटर जारी कर इसमें मामले में सफाई दी है. इसे एक अधिकारी की गलती बताया. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की तरफ से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी गई .रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने स्टेटमेंट में कहा, “रिलायंस इंडस्ट्रीज का ऑपरेशन सिंदूर को ट्रेडमार्क करने का कोई इरादा नहीं है. यह शब्द अब भारतीय वीरता के प्रतीक के रूप में राष्ट्रीय जागरूकता का हिस्सा बन गया है“.
उन्होंने आगे लिखा, “रिलायंस इंडस्ट्रीज के अंतर्गत आने वाले जियो स्टूडियोज ने अपने ट्रेडमार्क के आवेदन को वापस ले लिया है. जिसे अनजाने और बिना अनुमति के जूनियर अधिकारी द्वारा दाखिल कर दिया गया था. आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में रिलायंस हमारी सरकार और सशस्त्र बलों के साथ पूरी तरह से खड़ा है.“
आपको बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर ट्रेडमार्क को लेकर आवेदन किया गया था. जिसको लेकर मुकेश अंबानी की सोशल मीडिया खूब आलोचना हुई.
एक्स यूजर गोविंद प्रताप सिंह ने तंज कसते हुए ने लिखा, “देख रहे हो विनोद रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ कुछ और लोगों ने “ऑपरेशन सिंदूर” के ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई किया है“.
एंकर दिव्यांशी सुमराव ने लिखा,’ऑपरेशन सिंदूर’ की घोषणा के कुछ ही देर बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत 4 अन्य ने इसके ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर दिया.क्या ही कहा जाए!
इस पूरे मामले पर पत्रकार अनिल ने लिखा “देश जब मुश्किल हालात में हो तो देश का जवान देश को देखता है, लेकिन व्यापारी सिर्फ धंधा देखता है, मुकेश अंबानी भी सिर्फ धंधे और कारोबार पर फोकस कर रहे हैं.
एक्स यूजर इंद्रेश मैखुरी ने आलोचना करते हुए लिखा, “चलिए मुनाफे के लालच के बीच इनकी आंखों में कुछ पानी बचा हुआ है, किसी कोने में.. अंबानी समूह द्वारा ऑपरेशन सिंदूर का ट्रेडमार्क अपने नाम पर रजिस्टर कराने का उपक्रम, सोशल मीडिया पर हुई लानत- मलामत के बाद रद्द किया गया, इस आशय का प्रार्थना पत्र अंबानी समूह द्वारा वापस ले लिए गया है. सैन्य ऑपरेशन या युद्ध की ऐसी मुनाफाखोर कोशिश कतई अमानवीय और अस्वीकार्य है”