भारत द्वारा पाकिस्तान में घुसकर भारतीय सेना द्वारा 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था. ऑपरेशन सिंदूर की पूरी दुनिया में खूब चर्चा हो हुई थी. जिस कारण भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए थे. वहीं ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश मंत्री एस.जयशंकर के बयान की देश भर में खूब चर्चा हो रही है. जिस कारण तमाम विपक्षी पार्टियां उन पर हमलावर हैं. कांग्रेस ने तो उनके ऊपर देश के साथ गद्दारी का आरोप लगाया है.
दरअसल विदेश मंत्री ने कुछ दिन पहले मीडिया से बात करते कहा था कि, ‘ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर’. उनके इस बयान के बाद से लोग उनकी खूब आलोचना कर रहे हैं. बाद विदेश मंत्रालय द्वारा बाद में इस बयान पर सफाई आई थी.
वहीं पाकिस्तानी टीवी चैनलों में विदेश मंत्री एस. जय शंकर के बयान की खूब चर्चा हो रही है. पाकिस्तान के न्यूज चैनल ‘समा टीवी’ की एक क्लिप सोशल मीडिया पर खूब वायरल रही है. जिसमें विदेश मंत्री के बयान की चर्चा की जा रही है. पाकिस्तानी टीवी चैनल की वायरल क्लिप में भारत को लेकर कहते हुए एक पैनलिस्ट द्वारा यह कहते सुना जा सकता है कि, “हम मजबूर हैं हमें ये करना है. हमारे इरादे जंग के नहीं हैं. हम आतंकियों के 4-5 ठिकाने हैं उन्हें निशाना बनाएंगे. उनका ये कहना है कि हमने पहले बता दिया था. भारत का ये कहना है कि हमने आपको बता दिया था. अगर सजा देनी थी ऐसे करते हैं. ये सब पहले दिन से फरेब थे ये सब एक ड्रामा था. ये अपनी आवाम को गुमराह कर रहे थे. ये हमारे साथ जंग नहीं करना चाहते थे. अपनी आवाम को कह रहे थे हम जंग करेंगे इनको सबक सिखाएंगे.”
इसी क्लिप को कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दिखाते हुए शेयर करते हुए लिखा विदेश मंत्री से सवाल पूछा है. कांग्रेस ने पवन खेड़ा की पीसी का हवाला देते हुए प्रश्न पूछे, “देश मंत्री एस. जयशंकर जी ने खुद मीडिया एजेंसियों को बताया कि हमने हमला करने से पहले पाकिस्तान को सूचित कर दिया था.
अब ये सूचित करने का क्या मतलब होता है?
विदेश मंत्री जी को पाकिस्तान पर इतना भरोसा है कि उनके कहने पर आतंकी चुपचाप बैठेंगे?
विदेश मंत्री जी का क्या रिश्ता है और उन्होंने हमले से पहले पाकिस्तान को क्यों बताया?
क्या इसी मुखबिरी की वजह से मसूद अजहर जिंदा बच गया और हाफिज सईद जिंदा भाग गया?
विदेश मंत्री का यह बयान संवेदनशील है, क्योंकि इस बयान से तो यही लगता है कि आतंकी अपने ठिकानों से भाग गए होंगे. ऐसा क्यों किया गया, इस पर प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री को जवाब देना होगा.
पवन खेड़ा ने उन्होंने एक्स पर लिखा, “पाकिस्तान के किसी टीवी चैनल पर कांग्रेस के किसी नेता का नाम आ जाए, तो प्राइम टाइम में उछल कूद होने लगती है. अब देखिए पाकिस्तान की टीवी पर एस. जयशंकर का बयान चल रहा है। देखिए पाकिस्तान की ओर से विदेश मंत्री को मिलने वाली क्लीन चिट. क्या आज होगी इस मिलीभगत पर प्राइम टाइम में उछल कूद?”
आपको बता दें कि नेता विपक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर 17 मई को ट्वीट कर इसे अपराध बताया था. उन्होंने कहा था कि हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था. विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया.
इसे किसने अधिकृत किया?
इसके परिणामस्वरूप हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए?
राहुल गांधी ने फिर विदेश मंत्री से 19 मई को फिर से सवाल किया, “विदेश मंत्री जयशंकर की चुप्पी सिर्फ़ बयानबाजी नहीं है. यह निंदनीय है. इसलिए मैं फिर से पूछूंगा हमने कितने भारतीय विमान खो दिए क्योंकि पाकिस्तान को पता था? यह कोई चूक नहीं थी. यह एक अपराध था और देश को सच्चाई जानने का हक है.”
विदेश मंत्री के बयान के बाद नरेंद्र मोदी सरकार पूर तरह से घिरती हुई नजर आ रही है. लोग सरकार सवाल कर रहे हैं. साथ ही यह पूछ रहें कि इस पूरे मामले पर लीपापोती क्यों की जा रही है.
सुरेंद्र राजपूत नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “भारत के विदेश मंत्री जयशंकर आज पाकिस्तानियों के प्रिय हो गए हैं. सारे पाकिस्तानी मीडिया चैनल उन्हें हीरो बता रहे हैं!”
मयंक सक्सेना नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “पाकिस्तान के टीवी चैनल पर एस. जयशंकर का बयान चल रहा है. पाकिस्तानी मीडिया जयशंकर के बयान का इस्तेमाल करके हमें टारगेट कर रही है”.