10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की गई थी. भारत सरकार द्वारा सीजफायर की घोषणा करने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने की घोषणा कर दी थी. उसके बाद ट्रंप ने एक के बाद एक कई सारे बयान दिए थे.
सोशल मीडिया पर डोनाल्ड ट्रंप के कई बयान खूब चर्चा में रहे थे. कई सारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म की तरह बोलता हिंदुस्तान ने भी ट्रंप के बयानों का एक कोटकार्ड तैयार किया था. बोलता हिंदुस्तान के हर कोटकार्ड की तरह इसको भी लोगों ने खूब सराहा और शेयर किया.
हमने अपने कोटकार्ड में ट्रंप के बयान को कोट करते हुए लिखा था, “मैंने भारत-पाकिस्तान को धमकाकर कहा अगर तुम जंग नहीं रोकोगे तो व्यापार नहीं होगा“
इस पोस्टर वायरल के वायरल होने पर कुछ शरारती तत्वों ने ‘बोलता हिंदुस्तान’ को बदनाम करने के लिए इस पोस्टर को एडिट करके इसको अदाणी से जोड़ दिया. फेक पोस्टर में लिखा था, “युद्ध विराम के बदले में अदाणी के खिलाफ सभी मामले और गिरफ्तारी वारंट वापस की मांग की गई थी.“
बोलता हिंदुस्तान के सभी पाठकों को हम बड़ी जिम्मेदारी के साथ बताना चाहते हैं कि हमारा इस फेक पोस्टर से कोई संबंध नहीं है. बोलता हिंदुस्तान की तरफ से इस तरह का कोई कोटकार्ड किसी भी प्लेटफार्म पर नहीं शेयर किया है. आपको बता दें कि हमारा पोस्टर अक्सर ब्लैक और लाइट ब्ल्यू दो रंगों से मिलकर बना होता है. हमारे हर पोस्टर पर बोलता हिंदुस्तान का वॉटरमार्क लगता है.
ऐसी किसी भी तरह की पोस्ट पर आप आंख मूंदकर विश्वास करने से बचें. इस तरह के पोस्ट की वैधानिकता की जांच के लिए आप हमारे ऑफिसियल ट्विटर हैंडल @boltaHindutan पर जाकर देख सकते हैं. बोलता हिंदुस्तान एक बहुत ही जिम्मेदार संस्थान है जो किसी भी खबर को करने के से पहले उसके फैक्ट को चेक करता है.