पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी. जिसके बाद BSF ने अटारी वाघा बॉर्डर, हुसैनीवाला और फाजिल्का की सीमाओं पर होने वाले बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को स्थगित कर दिया था. लेकिन 20 मई से BSF ने छोटे स्तर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू कर दिया है. जिसके देखने लिए लोग पहुंचने भी लगे हैं.  ये बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी 12 दिन बाद फिर से शुरू हुई है.

अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की दोस्ती की रस्मों को नहीं निभाया जाएगा. पाकिस्तान के किसी भी सशस्त्र कर्मियों से हाथ नहीं मिलाया जाएगा न ही सीमा द्वार खोला जाएगा. आपको बता दें कि बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शाम 6 बजे शुरू होगी. बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट फ्रंट ने लोगों से अपील की है कि है ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग समारोह में पहुंचकर आनंद लें. आपको बता दें कि सामान्य दिनों में रोजाना देश-विदेश के सैकड़ों दर्शक इन कार्यक्रमों को देखने आते हैं.

बहुत से लोगों को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के बारे में नहीं पता होता है. आपको बता दें कि बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी 1959 से भारत और पाकिस्तान के बीच चली आ रही एक परंपरा है. जिसमें भारत और पाकिस्तान संयुक्त रूप से अपने-अपने देश के ध्वज को उतारते हैं. इसके साथ दोनों देशों के सैनिक खास त्यौहारों दिवाली, ईद, स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं. बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को लगभग 25 हजार लोग देखने आते हैं.

जहां एक तरफ भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते को स्थगित रखने किया है. भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में कड़वाहट जारी है. इसी बीच बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को फिर से शुरू करने पर सोशल मीडिया पर बहुत से लोग निराशा जाहिर कर रहे हैं. बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने पर बहुत से लोग सरकार की भी आलोचना कर रहे हैं. आइए जानते हैं सोशल मीडिया पर क्या प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

एजूकेटर अंकित कुमार अवस्थी ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा, “आज से फिर अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू हो रही है.यह एक दशकों पुरानी मिलिट्री ट्रेडिशन है- लेकिन मिलिट्री ट्रेडिशन निभाए जाते हैं सम्मानजनक दुश्मनों या दोस्तों के साथ, पाकिस्तान जैसे आतंकी देश के साथ नहीं.अब ऐसे प्रतीकात्मक दिखावे का क्या मतलब है.”

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी फिर से शुरु होने पर हर्ष खंडाल नाम के ट्विटर यूजर ने पीएम मोदी से इसे बंद रहने की गुजारिश कर डाली. यूजर ने लिखा, अटारी-वाघा बॉर्डर पर कल से ये नौटंकी शुरू होने की खबरें आई हैं. हमारे देश के बहादुर सैनिकों से मोदी जी कृपया ये सब मत करवाओ सर कृपया ये बंद ही रहने दो.

सोशल मीडिया पर एक @sharmas1224 नाम के ट्विटर यूजर ने नाराजगी जाहिर करते हुए  लिखा, “हमारे कितने लोग मरे, कितने जवान शहीद हुए. इससे नेताओं अधिकारियों को कोई मतलब नहीं सिर्फ फालतू के बयान बाजी करवा लो बस. आज अटारी वाघा बॉर्डर बीटिंग रिट्रीट शुरू हुई आज से 12 दिन पहले बंद किया गया था.

वहीं उत्तम पांडेय नाम के एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने लिखा,”अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का फिर से शुरू होना. निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है. ये अपने वीर शहादतों का अपमान होने जैसा है. माताओं ने अपने बेटों को इसलिए नहीं खोया कि वो ये दिन देखें.”

एक अन्य सोशल मीडिया यूजर अभय प्रताप सिंह ने पूछा, “मोदी जी अटारी-वाघा बॉर्डर पर फिर से नाच कूद शुरू क्यों करा दिया? पाकिस्तान की निठल्ली फ़ौज के साथ BSF से ये नौटंकी क्यों करवाई जाती है? जिसने भी ये सब शुरू कराया हो लेकिन आप तो बंद करा सकते हैं. नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी हमारी फौज दुश्मन का सीना चीरने के लिए है, पाकिस्तान के सामने नाच कूद करने के लिए नहीं.”

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