
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जहां सभी राजनीतिक दलों के नेता प्रचार प्रसार में मजबूती से जुटे हुए हैं तो वहीं अलग अलग न्यूज चैनल्स भी अलग अलग क्षेत्रों में जाकर अपने चुनावी शो कर रहे हैं।
इसी क्रम में कल न्यूज 18 ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इलेक्शन शो का आयोजन किया था, जिसे ग्राउंड ज़ीरो नाम दिया गया था। इस शो के एंकर अमिश देवगन थे।
न्यूज 18 का यह कार्यक्रम वाराणसी में गंगा नदी के संत रविदास घाट पर हो रहा था।
इसी बीच वहां पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र वहां पर पहुंच गए और अमिश देवगन के विरुद्ध नारेबाजी की और पोस्टर्स लहराए। दिलचस्प बात यह रही की इन पोस्टर्स पर गुल्लू और B & D लिखे हुए थे।
दरअसल अमिश देवगन को B&D का उपनाम कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट रहें स्वर्गीय राजीव त्यागी ने एक लाइव डिबेट के दौरान दिया था।
अमिश देवगन की गिनती देश के वैसे न्यूज एंकर्स और पत्रकारों में होती है, जिसकी वजह से भारत की मीडिया का नाम गोदी मीडिया पड़ गया है।
अमिश पत्रकार की बजाय भाजपा और संघ के प्रवक्ता के रूप में नज़र आते हैं। अगर आप अमिश देवगन के शोज देखें तो उनमें कभी महत्वपूर्ण मुद्दे नज़र नहीं आएंगे।
उनके मुद्दे सिर्फ हिन्दू मुसलमान, भारत पाकिस्तान, कब्रिस्तान श्मशान और गाय गोबर होते हैं। वो अक्सर डिबेट्स में भड़काऊ बातें करते और चिल्लाते हुए नज़र आते हैं।
देश की युवा पीढ़ी विशेष कर छात्रों का एक बड़ा वर्ग इन दिनों विकराल होती बेरोजगारी की समस्या को लेकर सरकार से लेकर गोदी मीडिया पर ज़्यादा हमलावर है।
आज खत्म होती सरकारी नौकरियों के अवसर से युवा वर्ग खुद को छला हुआ और ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
एक ओर सरकार ने युवाओं को रोजगार देने से साफ किनारा कर लिया है तो दूसरी ओर मीडिया भी इन मुद्दों पर न तो बहस कर रहा और न बेरोजगारी से जुड़ी खबरें दिखा रहा है।
मीडिया सिर्फ हिन्दू मुसलमान करने में जुटा हुआ है और युवाओं को धर्म की अफीम चटाने में लगा है। ऐसे में युवाओं का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है।
सम्भवतः यही उम्मीद जताई जा रही है कि नौजवानों ने अमिश देवगन की इसी सड़क छाप पत्रकारिता के स्तर के विरोध में प्रदर्शन किया और उसे गुल्लू और B & D की तख्तियां दिखाई।
देश के प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस तरह का प्रतिरोध होना बताता है कि अंदर ही अंदर देश का युवा बेरोजगारी के मुद्दे पर सुलग रहा है।
उसके रडार पर न सिर्फ सरकारें बल्कि जो न्यूज चैनल्स सरकार के प्रवक्ता बनकर घूम रहे हैं, वो भी हैं।