हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर–27 में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को चौंका दिया है. जहां एक परिवार के साथ 7 लोगों गाड़ी में जहर खाकर सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली. मिली जानकारी के अनुसार परिवार देहरादून से पंचकूला के सेक्टर 28 में बाबा बागेश्वर धाम की कथा सुनकर लौटा था.

मृतकों में 42 वर्षीय देहरादून निवासी प्रवीण मित्तल और उनकी पत्नी तीन बच्चे (दो बेटियां और एक बेटा) और प्रवीण के माता-पिता शामिल हैं. पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया जिसमें परिवार ने भारी कर्ज और आर्थिक तंगी को अपनी आत्महत्या का कारण बताया. यह घटना दिल्ली के 2018 बुराड़ी सामूहिक आत्महत्या कांड की याद दिलाती है. जिसमें एक परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या की थी.

पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार प्रवीण मित्तल और उनका परिवार देहरादून से पंचकूला में आयोजित बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा में शामिल होने आया था. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पंचकूला के सेक्टर-27 में एक खाली प्लाट के सामने गाड़ी खड़ी कर परिवार के सभी सदस्यों ने जहर खाकर अपनी जान दे दी.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को 26 मई की रात को 11 बजे कार में कुछ लोगों के संदिग्ध हालत में होने की सूचना मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि कार में सात लोग बेसुध पड़े थे. सभी को तुरंत सेक्टर-26 के अस्पताल ले जाया गया जहां छह लोगों को मृत घोषित किया गया, जबकि एक व्यक्ति ने बाद में सेक्टर-6 के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया.

शुरुआती जांच के में यह पता चला कि मृतक परिवार ने सुसाइड भारी कर्ज के दबाव में किया. मिली जानकारी के अनुसार मृतक परिवार की हिमाचल प्रदेश के बद्दी में स्क्रैप फैक्ट्री थी, जिसे कर्ज के कारण बैंक ने जब्त कर लिया था. इसके बाद प्रवीण ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का व्यवसाय शुरू किया, लेकिन इसमें भी उन्हें भारी नुकसान हुआ. कर्ज का बोझ और आय के साधनों का अभाव परिवार के सुसाइड किया.

इस घटना के बाद पूरे इलाके ने सनसनी फैल गई. लोग पूरी घटना के बाद आश्चर्यचकित हैं. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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