बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले वहां का राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है. बिहार में राहुल गांधी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद से चुनावी राजनीति कुछ दिनों के लिए थम सी गई थी. लेकिन अब बिहार चुनाव में सभी पार्टियां प्रचार में जुट गई है. इन दिनों राहुल गांधी बिहार के दौरे हैं. बीते 5 महीने में राहुल गांधी का ये चौथा दौरा है. जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. राहुल गांधी बिहार चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रवाद के विरुद्ध जातिगत जनगणना और आरक्षण का पासा फेका है.
बिहार के दरभंगा में गुरुवार को राहुल गांधी का अंबेडकर हॉस्टल में छात्रों से संवाद करने का प्रोग्राम था. राहुल गांधी के दरभंगा पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके जबरदस्त स्वागत किया. राहुल गांधी हॉस्टल में छात्रों से संवाद करने के लिए के लिए आगे बढ़ ही रहे थे जिला प्रशासन ने उनकी गाड़ी को 3 किलोमीटर पहले ही रोक दिया. प्रशासन ने राहुल को हॉस्टल की ओर बढ़ने की अनुमति देने से मना कर दिया.
पुलिस द्वारा राहुल गांधी को हॉस्टल जाने से रोकने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर लिखा, “अब क्या दलित, वंचित, पिछड़े वर्ग के छात्रों से संवाद करना संविधान के खिलाफ है? क्या उनकी शिक्षा, उनकी भर्ती परीक्षा और नौकरियों के बारे में उनसे बातचीत करना कोई पाप है? JDU-BJP सरकार ने बिहार में दरभंगा के आंबेडकर हॉस्टल में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम में राहुल गांधी को शामिल होने से रोकना तानाशाही की पराकाष्ठा है. लोकतंत्र की जन्मस्थली, बिहार इस अन्याय को याद रखेगी और समय आने पर JDU-BJP को इसका उचित जवाब भी देगी”
पुलिस ने कई कोशिशों के बाद भी राहुल गांधी को हॉस्टल जाने से नहीं रोक पाई. राहुल गांधी गाड़ी से नीचे उतरकर पैदल ही छात्रों से हॉस्टल मिलने पहुंचे. हॉस्टल जाते समय उनके साथ कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता भी थे. राहुल गांधी को प्रशासन द्वारा रोके जाने पर काफी हंगामा हुआ. इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने कहा कि इस कार्यक्रम की तैयारी में पहले ही की जा चुकी थी. लेकिन अचानक प्रशासन में अंबेडकर हॉस्टल में धारा 144 लगा दी.
हॉस्टल पहुंच कर राहुल गांधी ने छात्रों को संबोधित किया. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “सरकार आप लोगों को अत्याचार कर रही है. आपको बोलने नहीं दिया जा रहा है. पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के खिलाफ हमेशा षड्यंत्र किया जाता है. देश की सरकार केवल 10 प्रतिशत लोगों के पास जाती है. हमें बिहार पुलिस रोक रही थी लेकिन आपकी शक्ति के बदौलत रोक नहीं पाई. देश के PM 90% लोगों के खिलाफ हैं.”
वहीं जिला प्रशासन ने कहा कि अंबेडकर हॉस्टल में राहुल गांधी के किसी कार्यक्रम की अनुमति नहीं है.
दरभंगा में छात्रों को संबोधित करने के बाद राहुल गांधी पटना पहुंचे और वहां उन्होंने फुले मूवी का विशेष शो देखा. पुली मूवी देखकर और अंबेडकर हॉस्टल में छात्रों से मिलकर राहुल गांधी बिहार में एक विशेष मैसेज देना चाहते हैं. भाजपा जहां राष्ट्रवाद की लड़ाई लड़ रही है वहीं राहुल गांधी जाति जनगणना आरक्षण ओबीसी और दलित की लड़ाई लड़ रहे हैं. पुली मूवी देखना कड़ी राजनीति का एक हिस्सा था.
फुले मूवी देखने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं कमजोर वर्ग के छात्रों से बात करने आया था, लेकिन मुझे अनुमति नहीं दी और रोकने की कोशिश की गई, लेकिन फिर भी हमारा काम हो गया. फुले जी पर जो फिल्म आई है, वह अच्छी है और इसे सभी को देखना चाहिए”
राहुल गांधी की इस बिहार यात्रा के कई मायने हैं. इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी दलित, आदिवासी, ओबीसी और जाति जनगणना की राजनीति को केंद्र में लाना चाहती है. जिसमें काफी हद तक सफल होती नजर आ रही है.