
अगले साल देश के 5 राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बढ़ रही महंगाई बेरोजगारी के मुद्दे पर मोर्चा खोला हुआ है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महंगाई के खिलाफ पदयात्रा शुरू की है।
इस पद यात्रा की शुरुआत करते हुए उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को महंगाई के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया है।
देश की जनता को उन्होंने इस बार भाजपा को सबक सिखा कर हराने की अपील की है।
उनका कहना है कि अगर जनता भारतीय जनता पार्टी को हराती है। तो देश में दोबारा पेट्रोल 60 और डीजल 70 रुपए प्रति लीटर मिलना शुरू हो जाएगा।
इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उन महिला नेताओं पर भी निशाना साधा। जो तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने महंगाई के मुद्दे पर सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करती थी।
जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि तेल की कीमत आसमान छू रही है रसोई गैस जो कुछ साल पहले 400 में मिलती थी। आज 900 में मिल रही है।
डीजल और पेट्रोल भी सेंचुरी लगा रहे हैं। दोनों में ही इस जोरदार कंपटीशन हो रहा है। 2014 से पहले स्मृति ईरानी और हेमा मालिनी चौक में बैठकर धरना देती थी गैस सिलेंडर हाथ में लेकर।
आज इन सब की बोलती बंद हो गई है, ऐसा क्यों? लेकिन देश की जनता चुप नहीं रहेगी। भले ही यह लोग चुप हो जाएं लेकिन जनता चुप नहीं है।
कांग्रेस द्वारा भाजपा पर महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाकर जनता की परेशानियां बढ़ाने का आरोप कई बार लगाए गए हैं।
देश में बढ़ रही महंगाई को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन में किया जा रहा है।
इसी कड़ी में कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ पद यात्रा की शुरुआत की है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार के केंद्र की सत्ता में आने के बाद से ही लोगों को भयंकर बेरोजगारी और महंगाई से लड़ना पड़ रहा है।