कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने मध्य प्रदेश के बीजेपी सरकार के मंत्री विजय शाह को कड़ी फटकार लगाई है. अदालत में भाजपा मंत्री को फटकारते हुए कहा कि मंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी न मांगने के कारण उनकी ईमानदारी और मंशा पर सवाल खड़े होते हैं.
सुप्रीम में जस्टिस सूर्यकांत और जयमाला बागची की बेंच ने विजय शाह को आत्मचिंतन की सलाह दी. सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “इस तरह की टिप्पणी से आपका क्या आशय है. यह व्यक्ति हमारे सब्र को परीक्षा ले रहा है. पहली तारीख को दिए गए बयान रिकॉर्ड में कहां है? ऑनलाइन माफी इसके इरादे को जाहिर करता है. जिस वजह से हमें उनके इरादों पर शक होता है.”
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट मंत्री विजय शाह द्वारा दायर दो याचिकाओं पर विचार कर रही थी. पहली याचिका मध्यप्रदेश हाईकोर्ट द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर थी. वहीं दूसरी याचिका 15 मई को हाईकोर्ट कोर्ट दिए गए उस आदेश के खिलाफ थी जिसमें इस मामले में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए जांच की निगरानी की बात कही गई थी.
विजय शाह की ओर से अदालत में वरिष्ठ अधिवक्ता के परमेश्वर पेश हुए और अदालत में कहा कि विजय शाह अदालत के आदेश पर गठित विशेष जांच समिति (SIT) द्वारा की जा रही जांच में सहयोग दे रहे हैं. लेकिन कोर्ट शाह के वकील से संतुष्ट नहीं हुआ और SIT से इस मामले में जानकारी देते हुए कहा कि जांच तय वैधानिक सीमा यानी 90 दिनों के भीतर कर ली जाएगी. जांच की समय सीमा 13 अगस्त को पूरी हो रही है. मामले की अगली सुनवाई 18 अगस्त को होगी.
वहीं कांग्रेस नेता जय ठाकुर द्वारा शाह को मंत्री पद से हटाने को लेकर दायर की गई की गई जनहित याचिका को खारिज कर दिया.
क्या था पूरा मामला?
मंत्री विजय शाह ने 11 मई 2025 को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित एक सभा में कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकियों की बहन बता दिया था. जिसके बाद देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था. शाह ने आपत्तिजन बयान में कहा था, “उन्होंने कपड़े उतार–उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा. मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करके हमारे जहाज से उनके घर भेजा. मोदी जी कपड़े उतार नहीं सकते थे इसलिए उनके समाज की बहन को ही भेजा.
शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकियों की बहन बताते हुए लेकर कहा था, “तुमने हमारी बहनों को अगर विधवा किया है तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुमको नंगा करके छोड़ेगी. देश का सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी समाज की बहनों को पाकिस्तान भेज कर लिया.”