
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एक कार्यक्रम दावोस एजेंडा समिट में वर्चुअल तरीके से शामिल हुए थे। दावोस स्विट्ज़रलैंड का एक शहर जहां वर्ल्ड एकनॉमिक फोरम यानी WEF का आयोजन हुआ है, जो 17 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगा।
तो हुआ यूं कि विश्व आर्थिक मंच से प्रधानमंत्री मोदी निवेशकों और अलग-अलग राष्ट्र के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए अचानक रूक गए। शायद कुछ तकनीकी खराबी के कारण प्रधानमंत्री को अचानक बोलते-बोलते रूकना पड़ा। फिर उन्होंने वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के चेयरमैन क्लॉस शेवाब से पूछा कि “क्लॉस शेवाबजी, ठीक से सुना रहा है? और हमारे अनुवादक की आवाज भी पहुंच रही है सबको?”
उधर से चेयरमैन क्लॉस कहते हैं कि “आवाज आ रही है, हम आपको सुन सकते हैं मिस्टर प्राइम मिनिस्टर।”
अब सोशल मीडिया पर इसी मोमेंट का वीडियो शेयर किया जा रहा है। लिखा जा रहा है कि टेलीप्रॉम्टर खराब होने की वजह से पीएम की बोलती बंद हो गई। बिना देखने बोलना पड़ा तो पसीने छूट गए… आदि इत्यादि। सोशल मीडिया के चरित्र के मुताबिक वीडियो को शेयर करते हुए कुछ लोग मजाक बना रहे हैं, वहीं कुछ लोग बचाव कर रहे हैं।
कोंग्रेस के राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि “इतना झूठ टेलीप्रॉम्टर भी नहीं झेल पाया”
वहीं भाजपा नेता तेजेन्द्र पाल सिंह बग्गा ने सफाई देते हुए कहा लिखा है, वर्ल्ड इकोनॉकी फोरम की ओर से तकनीकी खामी आ गई थी, जिस वजह पीएम मोदी को संबोधन रोकना पड़ा। वहीं कई जगह कहा जा रहा है कि मैनेजिंग टीम ने पीएम से रुककर यह पूछने को कहा था कि सबको उनकी आवाज सुनाई दे रही है कि नहीं।