ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और तुर्की के बीच संबंधों में लगातार गिरावट आई है. पाकिस्तान को खुलेआम समर्थन देने के कारण भारत में तुर्की के बॉयकाट की मांग तेज हो गई थी. हाल ही में भारत सरकार ने तुर्की की प्रमुख ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सेलेबी एविएशन की सुरक्षा मंजूरी को रद्द कर दिया था. जिसको भारत सरकार का तुर्की के खिलाफ कड़े विरोध के रूप में देखा गया था. जिसके बाद अदाणी समूह के इस सेक्टर में व्यापार करने की  संभावना बढ़ गई है.

आपको बता दें कि सेलेबी एविएशन जो 1958 में स्थापित तुर्की की एक प्रमुख विमानन सेवा प्रदान करने वाली कंपनी है. जो भारत के दिल्ली व अन्य विमानन सेवाएं प्रदान करती थी. भारत सरकार के नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने 15 मई 2025 को एक आदेश जारी कर सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी जिसके बाद सेलेबी के शेयरों में इस्तांबुल स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट देखने को मिली थी. 

वहीं सेलेबी ने इस फैसले के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उसने दावा किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मंजूरी रद्द करने का कारण अस्पष्ट है और कंपनी को अपनी सफाई का मौका नहीं दिया गया.  सेलेबी एविएशन ने दावा किया कि कंपनी भारतीय कानूनों के तहत संचालित होती है. इसके 10,000 कर्मचारी भारतीय हैं.

मीडिया रिपोर्ट की के अनुसार सेलेबी के भारत से विदाई होने के बाद बहुत अदाणी समूह ने समय की नजाकत को समझते हुए इस क्षेत्र में अपना बिजनेस शुरू करने जा रही है. अदाणी समूह के पास पहले से ही हवाई अड्डों के संचालन का अनुभव है. 

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, “भारत ने तुर्की की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी Celebi को ब्लैकलिस्ट किया. अब अडानी ग्राउंड हैंडलिंग काम में उतरने की योजना बना रहा है. अडानी के पास 8 हवाई अड्डे हैं. अब वो उन कांट्रैक्ट के लिए बोली लगाएगा जो Celebi के बाहर निकलने के बाद दिल्ली, बेंगलुरु, अहमदाबाद में खुलेंगे.”

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