सोशल मीडिया पर ऐसे कई लोग हैं जो पॉपुलर होने के लिए किसी भी तरह की घटिया हरकत पर उतर आते हैं. इसमें सबसे आसान तरीका नेताओं, पत्रकारों व एक वर्ग विशेष को टारगेट कर गाली देना व उनकी एडिटेड तस्वीरे शेयर कर पॉपुलर होना. हाल के दिनों में अरुण यादव नाम के एक ट्विटर यूजर ने वरिष्ठ पत्रकार साक्षी जोशी के खिलाफ अपशब्द, गाली–गलौज और उनके चरित्र को लेकर बेहद घटिया बातें बोली थी.
जिसके बाद साक्षी जोशी की शिकायत पर उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एक्शन लिया. जिस कारण उसकी उसको माफी मांगनी पड़ी. सोशल मीडिया अकाउंट एक पर 53 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.
अरुण यादव ने इस तरह की घटिया हरकत पहले भी कर चुका है. वह कांग्रेस के नेताओं जैसे सोनिया गांधी, सुप्रिया श्रीनेत और अखिलेश यादव जैसे नेताओं की फेक, घटिया व अश्लील एडिटर तस्वीर भी सोशल मीडिया पर डाल चुका है. एक तस्वीर उसने अपने एक्स अकाउंट पर डाली जिसमें अखिलेश यादव और सोनिया गांधी को एक साथ दिखाया गया था और उनके बारे में अश्लील व घटिया कमेंट भी किया था.
साक्षी जोशी की शिकायत पर मीडिया में आरोपी अरुण यादव गिरफ्तारी की खबरें भी आई जिसकी पोस्ट नहीं हो सकी है. जिसके बाद उसने अपनी गलती मानते हुए साक्षी जोशी से माफी मांगते हुए एक वीडियो डाला जिसमें उसने कहा “28 मई को मैने को मैंने साक्षी जोशी पर एक वीडियो बनाया था जिसे उनकी भावनाएं आती है जिसके लिए मैं माफी मांगता हूं. आपको आश्वासन देता हूं कि भविष्य में ऐसा कभी भी नहीं होगा.“
इस पूरे मामले पर नोएडा पुलिस का आभार जताया और एक लंबी पोस्ट लिखी और आरोपी को शर्मिंदा होने पर माफ़ी करने की की बात कही. उन्होंने एक्स पर लिखा, “28 मई 2025 को X पर अरुण यादव नाम के इस व्यक्ति ने मेरे बारे में एकदम झूठा, बेबुनियाद, चरित्रहनन करने वाला अश्लील , अभद्र एंव आपत्तिजनक शब्दों से भरा एक वीडियो पोस्ट किया था , जिसे किसी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता था। इतना ही नहीं, इसने मेरे पति विनोद कापरी का फ़ोन नंबर भी X पर पोस्ट कर दिया था. नोएडा पुलिस की ‘तत्पर’ कार्रवाई के बाद इस व्यक्ति ने अपने हर कृत्य के लिए माफ़ी माँग ली है और चूँकि ये व्यक्ति अपने कृत्य पर शर्मिंदा है , लिहाज़ा हम इसे माफ कर रहे हैं. साथ ही ये भी स्पष्ट कर रहे हैं कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर या कहीं भी झूठ, अनर्गल, अश्लील, अभद्र, आपत्तिजनक टिप्पणी करेगा या करेगी तो उसके विरुद्ध भी क़ानूनी कार्रवाई करने से हम नहीं हिचकिचाएँगे. लोकतन्त्र में आपको हमारी या हमारे काम की आलोचना करने का पूरा अधिकार है लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अर्थ झूठ, अश्लील, अनर्गल, अभद्र, आपत्तिजनक टिप्पणी करना और चरित्र हनन करना नहीं होता. हम यूपी पुलिस और नोएडा पुलिस के आभारी हैं.
फैक्ट चेकर मो.जुबैर ने इस पूरी मामले पर लिखते हुए अरुण यादव को आदतन अपराधी बताया. उन्होंने उन्होंने उसके द्वारा कुछ की गई घटिया और एडिटेड पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “वह बार-बार ऐसा करने वाला अपराधी है. उसने महिला राजनेताओं की कई ऐसी एडिटेड तस्वीरें शेयर की हैं.
पत्रकार सचिन गुप्ता ने लिखा, “X के Bio में “भावी प्रत्याशी, यदमुल्ला शब्द के जनक, ओरिजनल मोदीभक्त” लिखने वाले अरुण यादव ने वरिष्ठ पत्रकार साक्षी जोशी से माफी मांगी है. कल रात ये खबर सामने आई थी कि अरुण को नोएडा पुलिस गुरुग्राम से उठाकर लाई थी, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.अरुण ने साक्षी जोशी को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.