तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बीजेपी नेत्री माधवी लता को हैदराबाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया. जिसके कारण राजनीति तेज हो गई है. शुक्रवार को हैदराबाद के बंजारा हिल्स इलाके में एक प्राचीन मंदिर को ध्वस्त करने की कार्रवाई के विरोध में के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया.
24 जुलाई 2025 की देर रात प्रशासन द्वारा कथित तौर पर 100 साल पुराने ग्राम देवता मंदिर को बुलडोजर से गिराए जाने के बाद स्थानीय लोगों और बीजेपी नेत्री के विरोध किया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया गया गया. माधवी लता ने आरोप हैदराबाद पुलिस पर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया.
बीजेपी की फायरब्रांड नेता और हैदराबाद से पूर्व लोकसभा प्रत्याशी माधवी लता ने तेलंगाना की रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. माध्वी लता ने कहा, “राज्य सरकार ने रात के अंधेरे में चुपके से मंदिर को ध्वस्त कर दिया, जिससे हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है. यह मंदिर कई दशकों से लोगों की आस्था का केंद्र था. ये क्रूरता है और अधर्म है. ये जमीन का मामला नहीं है ये हमारी आस्था का मामला है. मंदिर की मूर्तियों को तोड़ डाला गया. मंदिर बना दीजिए.
सरकारी जमीन पर था मंदिर
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार ये मंदिर सरकारी जमीन पर बना था. इस मंदिर को नियमों के तहत हटाया गया. वहीं स्थानीय लोगों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मदिर तोड़े जाने का विरोध किया.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया
मंदिर ध्वस्त होने की खबर फैलते ही स्थानीय लोग और बीजेपी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर इसका विरोध किया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की. विरोध बढ़ता देख स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और माधवी लता सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया.
सियासत तेज
माध्वी लता की गिरफ्तारी के हैदराबाद में सियासी माहौल गर्म हो गया है. बीजेपी ने मंदिर तोड़े जाने को कांग्रेस सरकार की ‘हिंदू विरोधी नीति’ का हिस्सा बताया. जिसको लेकर राजनीति तेज हो गई है.