पीएम मोदी छोटे यूरोपियाई देश साइप्रस के दौरे पर हैं. वहां का दौरा खत्म करने के बाद वह जी-7 की मीटिंग में भाग लेने लिए कनाडा जाएंगे. उसके बाद वह क्रोएशिया का भी दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री को साइप्रस दौरा आज खत्म हो रहा है. प्रधानमंत्री का साइप्रस दौरा उन्हें साइप्रस की तरफ से सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किए जाने और गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी का साइप्रस नागरिक होने के कारण चर्चा में है. विनोद अदाणी पर हिडनबर्ग रिपोर्ट में नाम आ चुका है. इस कारण भी लोग प्रधानमंत्री की टाइमिंग और सवाल उठा रहे हैं.

आपको बता दें कि विनोद अदाणी साइप्रस के नागरिक हैं और दुबई में बिजनेस संभालते हैं. फोर्ब्स के रिपोर्ट के मुताबिक 2023 विनोद आदाणी की नेटवर्थ 9.8 बिलियन डॉलर थी जो कि 2024 में बढ़कर 23 बिलियन डॉलर हो गई. विनोद अदाणी के पास साइप्रस का गोल्डन पासपोर्ट है. साइप्रस मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों के लिए स्वर्ग माना जाता है. जिस कारण भी बहुत से देशों के लोग साइप्रस में अपने पैसे रखते हैं.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश पीएम मोदी के साइप्रस दौरे और विनोद अदाणी को लेकर एक्स पर लंबी पोस्ट लिखी, “प्रधानमंत्री इस समय साइप्रस में हैं और वहां से कनाडा जाएंगे. जाहिर है वे हमें यह यकीन दिलाना चाहेंगे कि यह महज एक संयोग है कि मोदानी घोटाले से जुड़ा एक प्रमुख व्यक्ति साइप्रस का नागरिक है.”

उन्होंने आगे लिखा “रिपोर्टों के मुताबिक, साइप्रस स्थित फंड ‘न्यू लिअना’ अदाणी समूह की कंपनियों में लगभग 420 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। इस फंड के ‘अल्टीमेट बेनिफिशियल ओनर’ (वास्तविक लाभार्थी) अमीकॉर्प नामक एक संस्था से जुड़े हैं. यही अमीकॉर्प कम से कम सात अदाणी प्रमोटर इकाइयों की स्थापना में शामिल रही है. इसके अलावा, इसका नाम विनोद अडानी से जुड़ी 17 ऑफशोर शेल कंपनियों से भी जोड़ा गया है.”

पत्रकार रवीश कुमार ने प्रधानमंत्री के साइप्रस दौरे व्यंग्य की भाषा में लिखा, “साइप्रस से जुड़ी ख़बरें फ़ीड में आने लगी हैं. बाक़ी इसमें सच्चाई होगी तो प्रधानमंत्री साइप्रस वालों से पूछ कर तुरंत ही खंडन कर देंगे.अब तो ट्रंप भी कुछ करोड़ में गोल्ड कार्ड दे रहे हैं.”

पूर्व विंग कमांडर अनुमा आचार्य ने लिखा, “ प्रतीक्षा रहेगी कि क्या इस दौरे से भारत और साइप्रस के बीच भारत के हित में किसी व्यापारिक सहयोग या विनिमय की शुरुआत हुई भी है? या फिर यह यात्रा केवल विनोद अडानी से मुलाकात और साइप्रस के सम्मान मिलने से एक और ‘ऑप्टिक्स’ की लालसा पूरी करने भर के लिए थी?”

श्रीकांत नाम के एक्स यूजर ने लिखा, “विनोद अडानी साइप्रस के नागरिक हैं. उनका जन्म भारत में हुआ था, लेकिन अब वह दुबई में रहते हैं और साइप्रस के नागरिक हैं. साइप्रस भी जाना जरूरी है इजरायल में अडानी का पोर्ट ईरानी हमले में जल रहा है. हाइफा पोर्ट में अडानी ग्रुप की भी 70%हिस्सेदारी है. मलहम जरूरी है.”

देवेश कुमार नाम के एक्स यूजर ने लिखा, “विनोद अडानी को साइप्रस की नागरिकता और अब भारत का साइप्रस से आर्थिक करार. ये महज संयोग है या निवेश का नया ‘गोल्डन पासपोर्ट’ रास्ता?“

मुकेश गुप्ता नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “नरेंद्र मोदी जी अपने 8800 करोड़ रुपये के उड़न खटोला से देश से विदेश निकल लिए हैं. विनोद अदाणी, गौतम अदाणी का सगा बड़ा भाई, साइप्रस में रहता है. साइप्रस मनी लॉन्ड्रिंग की जन्नत है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदाणी ने मजबूरन विनोद अदाणी के साथ व्यापारिक रिश्तों को क़ुबूल किया था.अदाणी की जान यानी उनके बड़े भाई विनोद अदाणी साइप्रस में है और इस जियोपॉलिटिकल टेंशन के वक्त नरेंद्र मोदी साइप्रस में हैं, अंदाजा लगाइए.”

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