भारत की नागरिकता छोड़कर विदेश में बसने वाले भारतीयों की संख्या हर साल लगभग 2 साल से अधिक है.  पिछले 6 सालों में 10 लाख से ज्यादा भारतीयों ने देश छोड़ दिया. राज्यसभा में विदेश मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़े में इस बात का खुलासा हुआ है. एक तरफ भारत जहां दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. वही भारतीयों द्वारा नागरिकता छोड़ना चिंता का विषय है.

विदेश मंत्रालय ने जारी किया चौंकाने का आंकड़ा 

विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने भारतीय द्वारा नागरिकता छोड़ने को लेकर चौंकाने वाला आंकड़ा पेश किया. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार साल में ही 2024 में 2 लाख से अधिक भारतीयों ने देश छोड़ा.

लोग क्यों छोड़ रहे हैं नागरिकता?

हर किसी के अपने कारण हैं, लेकिन कुछ बातें जो ज्यादातर लोगों में देखी गईं. 

1.बेहतर नौकरी और कमाई

  1. साफ हवा, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, अच्छी सड़कें, और कम भीड़-भाड़ वाला माहौल भी बड़े वजह है.
  2. शिक्षा और भविष्यकई परिवार अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा और सुरक्षित भविष्य चाहते हैं.

आंकड़े बताते हैं देश की हकीकत

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के अनुसार हर साल लगभग 2 लाख से अधिक साल 2024 में 2,06,378 लाख, 2023 में 2,06,378 लाख, 2022 में यह आंकड़ा 2,25,620 लाख, 2021 में 1,63, 370, 2020 में 85,256, 2019 में 1,44,017 लाख लोगों में देश छोड़ा.

भारत छोड़कर सबसे ज्यादा लोग कनाडा, अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं. भारत सरकार के लिए चिंता का विषय यह है कि देश नागरिकता छोड़ने वाले ज्यादातर लोग वो पढ़े-लिखे और उच्च आय वर्ग वाले हैं. जिनमें सबसे ज्यादा डॉक्टर, इंजीनियर, आईटी विशेषज्ञ और बिजनेसमैन है.

इस तरह के लोगों देश छोड़ना न केवल भारत सरकार के लिए चिंता का विषय है इसका असर हमारे देश के विकास पर भी पड़ता है. कुछ विशेषज्ञ इसे ब्रेन ड्रेन का नया रूप बताते हैं. 

क्या कर रही है सरकार?

सरकार का दावा है कि प्रवासी भारतीयों के लिए कुछ नई योजनाएं शुरू की हैं जैसे आसान वीजा नियम और निवेश के मौके. लेकिन इसका असर नहीं होता नहीं दिख रहा है.

2 लाख से ज्यादा भारतीयों का अपनी नागरिकता छोड़ना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है. यह उन सपनों, उम्मीदों, और चुनौतियों की कहानी है, जो लोग अपने लिए और अपने परिवार के लिए चुन रहे हैं. शायद उनको भारत में भविष्य नहीं दिख रहा है? क्या लोगों को भारत में अब अवसर नजर नहीं आते? अगर किसी को भारत में विदेश जैसी नौकरियां, सुविधाएं, स्वास्थ्य व्यवस्था,  यूनिवर्सिटीज और अच्छे स्कूल मिलें क्या अभी तब भी देश छोड़कर जाएंगे? यह एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है.

कांग्रेस ने साधा निशाना 

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने सरकार से सवाल करते हुआ कहा, “2024 में 2 लाख से ज्यादा भारतीयों ने छोड़ी नागरिकता. सरकार ने राज्यसभा में जानकारी दी. ‘अमृतकाल’ की पोल खोलने के लिए यही आंकड़ा काफ़ी है.”

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