इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमले के बाद से इजरायल और ईरान के चल रहे भीषण युद्ध में अब विराम होता दिख रहा है. इस युद्ध में और इजरायल दोनों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज सुबह 3 बजकर 32 मिनट पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल में पर इसकी घोषणा की .
ट्रंप द्वारा सीजफायर की घोषणा पर दोनों देश सहमत होते दिख रहे हैं. इजरायल ने ट्रंप की घोषणा पर सहमति जताई है. वहीं ईरान के सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने भी सीजफायर पर सहमति जताई है. लेकिन सीजफायर की घोषणा के कुछ घंटो बाद इजरायल ने ईरान पर सीजफायर का उल्लंघन का आरोप लगाया.
24 जून यानी आज सुबह 3 बजकर 32 मिनट पर डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम की घोषणा करते हुए लिखा, “सभी को बधाई इजरायल और ईरान के बीच पूरी तरह से सीजफायर की सहमति बन गई है. 12 घंटों के लिए पूर्ण और संपूर्ण युद्ध विराम होगा. अब से लगभग 6 घंटे बाद जब इजरायल और ईरान अपने अंतिम मिशनों को पूरा कर लेंगे उसके बाद से युद्ध को समाप्त माना जाएगा. आधिकारिक तौर पर ईरान युद्ध विराम की शुरुआत करेगा और 12वें घंटे में इजरायल युद्ध विराम की शुरुआत करेगा और 24वें घंटे में 12 दिवसीय युद्ध के आधिकारिक अंत को दुनिया द्वारा सलामी दी जाएगी. प्रत्येक युद्ध विराम के दौरान, दूसरा पक्ष शांतिपूर्ण और सम्मानजनक बना रहेगा. इस धारणा पर कि सब कुछ वैसा ही काम करेगा जैसा होना चाहिए और ऐसा ही होगा.”
ट्रंप ने दोनों देशों को बधाई देते हुए लिखा, “मैं दोनों देशों, इजरायल और ईरान को बधाई देना चाहता हूँ कि उनके पास वह सहनशक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता है. इसे 12 दिवसीय युद्ध कहा जाना चाहिए. यह एक ऐसा युद्ध है जो सालों तक चल सकता था और पूरे मिडिल ईस्ट को नष्ट कर सकता था. लेकिन ऐसा नहीं होगा और कभी नहीं होगा. ईश्वर इजरायल और ईरान को आशीर्वाद दें. ईश्वर मध्य पूर्व को आशीर्वाद दें, भगवान संयुक्त राज्य अमेरिका को आशीर्वाद दें, और भगवान दुनिया को आशीर्वाद दें.
उन्होंने सुबह 7.48 मिनट पर एक पोस्ट कर लिखा , “ट्रंप ने एक और इजराइल और ईरान एक साथ मेरे पास आए और कहा, ‘शांति!’ उन्हें पता था कि अब समय आ गया है. विश्व और मिडिल ईस्ट असली विजेता हैं. दोनों राष्ट्र अपने भविष्य में जबरदस्त प्रेम, शांति और समृद्धि देखेंगे. उन्हें बहुत कुछ हासिल करना है और फिर भी अगर वे धार्मिकता और सत्य के मार्ग से भटक गए तो उन्हें बहुत कुछ खोना पड़ेगा. इजराइल और ईरान का भविष्य असीमित है और महान उम्मीदों से भरा है. भगवान आप दोनों को आशीर्वाद दें!”
ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अरागची भी घोषणा से सहमति जताते हुए दिख रहा है. उन्होंने कहा कि अगर इजरायल ईरान के सैन्य हमले नहीं करता है तो हमारा भी किसी तरह की जवाबी कार्रवाई करने का कोई इरादा नहीं है.
आपको बता दें कि रविवार को अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया था. अमेरिका के हमले के जवाब में ईरान ने कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य बेस पर मिसाइलों से हमला किया था. उसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की थी.
वहीं ट्रंप द्वारा ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद सोशल मीडिया से भी प्रतिक्रिया आई है. कई लोग इसे ईरान की जीत बता रहे हैं वहीं कई लोग इसे ट्रंप द्वारा नोबेल पुरस्कार हासिल करने की तरकीब बता रहे हैं.
पत्रकार प्रभाकर मिश्रा ने लिखा, “लगता है, ट्रंप नोबेल प्राइज लेकर ही मानेंगे! पहले भारत-पाकिस्तान अब इजरायल – ईरान! हमारे वाले में तो केवल दावा किया था, यहां तो बम मारकर मना रहा है!”