भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने के बाद भारत के विदेश मंत्री इन दिनों यूरोप के दौरे पर हैं. उन्होंने जर्मनी के बाद नीदरलैंड का दौरा किया. जहां उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर पाकिस्तान को लगातार एक्सपोज किया. वहीं हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर का ‘NOS चैनल’ को दिया इंटरव्यू सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें एंकर द्वारा अमेरिका को लेकर एक सवाल पूछा जाता हैं वह क्लिप सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. जिसके बाद विपक्षी पार्टियां व लोग विदेश मंत्री को ट्रोल कर रहे हैं.
वायरल क्लिप में पत्रकार विदेश मंत्री से सवाल किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव रोकने की प्रक्रिया में अमेरिका कहाँ था? इसके जवाब में जयशंकर ने लड़खड़ाती जुबान में कहते हैं, ” यूएसए, ‘युनाइटेड स्टेट’ में था. उन्होंने कहा कि अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट अमेरिका मार्को रूबियो ने मुझसे बात की और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हमारे प्राइम मिनिस्टर मोदी से बात की. इसके अलावा उनके द्वारा अन्य मीडिया चैनलों को दिए इंटरव्यू की क्लिप वायरल हो रही है.
उसी इंटरव्यू की एक और क्लिप वायरल हो रही है. जिसमें पत्रकार उनसे 26 पर्यटकों को मारने वाले आतंकियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने उनकी पहचान कर ली है. इसी इंटरव्यू की अन्य कई सारी क्लिप शेयर कर लोग विदेश मंत्री को ट्रोल कर रहे हैं साथ ही लोग देश की मीडिया को भी ट्रोल कर रहे हैं यह भी कह रहे हैं कि देश की मीडिया में इस तरह के सवाल पूछने की हिम्मत नहीं है.
बीजेपी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने तो विदेश मंत्री से सीधे को सीधे बर्खास्त करने की की मांग कर डाली. उन्होंने विदेश मंत्री ‘NOS चैनल’ को दिए गए इंटरव्यू की वायरल क्लिप को कोट करते हुए लिखा, “इस्तीफा देने या बर्खास्त होने का समय चुका है.”
विदेश मंत्री के इंटरव्यू पर वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने सोशल मीडिया पर एक बड़ी पोस्ट लिखी. रवीश कुमार ने पोस्ट में लिखा, “विदेश मंत्री ने विदेशी मीडिया को इंटरव्यू दिया है। विदेशी मीडिया की खबरों को भारत विरोधी बता देते हैं. विदेश मंत्री ने गोदी मीडिया से बात नहीं की. अगर करते तो और मज़ाक़ उड़ाते. सारा फोकस जवाब के बजाए सवाल पर चला जाता कि पूछा या नहीं पूछा. कम से कम यहाँ सारा फोकस जवाब पर है. उन्हें पता होगा कि गोदी से बात करेंगे तो लोगों को यकीन ही नहीं होगा। जब सरकार विज्ञापन देगी, भारत मंडप में कोई पराक्रम सम्मेलन होगा तो उसमें ताली बजवा लेंगे.“
उन्होंने आगे लिखा, “गोदी मीडिया का हाल सोचिए कि अंग्रेज़ी वाले हिन्दी में बड़बड़ाते रहे और हिन्दी वाले अंग्रेज़ी में हड़बड़ाते रहे, झूठ के दम पर इतना राष्ट्रवाद फैलाया तब भी विदेश मंत्री ने पहला इंटरव्यू विदेशी मीडिया को दिया. गोदी मीडिया की इतनी साख रह गई है। बोल भी नहीं सकता कि हम लोग आधा पाकिस्तान साफ़ कर चुके थे और हमें इंटरव्यू के लायक़ नहीं समझा गया.“
कांग्रेस नेत्री रागनी नायक उसी क्लिप को शेयर करते हुए विदेश मंत्री को जोकर बताया. लिखा, “हर शाख पे उल्लू बैठा है. पत्रकार- U S इस Process में कहॉं था? JJ– US तो United States में था. ”
वहीं कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने विदेश मंत्री की और इंटरव्यू की क्लिप शेयर करते हुए उनकी आलोचना करते हुए लिखा, “जेजे ट्रम्प के प्रशंसक हैं! ट्रम्प लगातार भारत का अपमान कर रहे हैं. युद्ध विराम से लेकर टैरिफ तक, निवेश पर रोक लगाने तक और जयशंकर का महिमामंडन कर रहे हैं! लेकिन उन्होंने अभी स्वीकार किया है कि मोदी सरकार के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों का सफाया हो गया है.“
तरुण गौतम नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “जब मैंने कहा कि जयशंकर अब तक के सबसे खराब विदेश मंत्री हैं, तो भक्तों ने मुझे गाली दी. अब इस इंटरव्यू को देखिए. क्या सुषमा स्वराज जी ने इस पर ऐसा ही जवाब दिया होता? यह आदमी विदेश मंत्रालय के लिए कलंक है.”
एक अन्य सोशल मीडिया यूजर रणविजय सिंह ने विदेश मंत्री की एक क्लिप शेयर करते हुए लिखा, “ट्रंप लगातार भारत को लेकर उल्टा सीधा बोल रहे हैं और मोदी सरकार के मंत्री ट्रंप की तारीफ करते जा रहे हैं.”