7 में 2025 को भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के कई आतंकवादी ठिकानों कार्रवाई की थी. दुनिया भर के मीडिया में भारत–पाक सैन्य संघर्ष बाद भारत के कई लड़ाकू विमानों के नुकसान पहुंचने की खबरें आई थी. पाकिस्तान ने राफेल सहित 6 भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के रक्षा अताशे कैप्टन शिव कुमार (भारतीय नौसेना) ने इंडोनेशिया में आयोजित एक सेमिनार में इस बात को स्वीकार किया है कि भारत के कुछ लड़ाकू विमानों को ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती दौर में नुकसान हुआ था. उन्होंने इस नुकसान का मुख्य कारण देश के राजनीतिक नेतृत्व के द्वारा दिए निर्देशों को बताया था.
10 जून को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में हुए एक सेमिनार में कैप्टन कुमार ने कहा था, “मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि इंडिया को बहुत लड़ाकू विमान का नुकसान हुआ है. लेकिन मैं इस बात से सहमत हूं कि भारत को कुछ लड़ाकू विमानों का नुकसान हुआ है. यह केवल इसलिए हुआ क्योंकि हमें पॉलीटिकल लीडरशिप के द्वारा किसी भी मिलिट्री और डिफेंस सिस्टम के विरुद्ध कार्रवाई न करने के निर्देश दिए गए थे.”
उन्होंने आगे कहा, “नुकसान के बाद अपने अपनी रणनीति में बदलाव किया और हमने आर्मी के ठिकानों पर हमले किए जिसमें हमने सफलता मिली.”
आपको बता दें कि भारत की ओर से आधिकारिक रक्षा अताशे कैप्टन शिव कुमार से पहले भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भी भारत ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय लड़ाकू वालों को नुकसान को स्वीकार किया था. ब्लूमबर्ग से बात करते हुए स्वीकारा था कि 7 मई को पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय वायुसेना के कुछ लड़ाकू विमानों को नुकसान हुआ था.
वहीं कैप्टन शिव कुमार की इस बयान के बाद कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं.
कांग्रेस ने भी मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “राजनैतिक नेतृत्व की लगायी बाध्यताओं के कारण भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाकू विमान गंवाए हैं. ये बात भारतीय नौसेना के अधिकारी कैप्टन शिव कुमार ने कही है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीजफायर से जुड़े ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब नहीं मिले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सामने उसकी सच्चाई रखनी चाहिए. लेकिन नरेंद्र मोदी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं और जवाबदेही से मुंह फेर रहे हैं.
कांग्रेस ने सरकार से पूछे 3 सवाल
1. प्रधानमंत्री अपनी अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर विपक्ष को सच्चाई बताने से क्यों इंकार कर रहे हैं?
2. इस मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग को क्यों खारिज कर दिया गया?
3.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री देश से क्या छिपा रहे हैं?
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, “मोदी सरकार ने न सिर्फ शुरू से झूठ बोला बल्कि ताजे खुलासे से साफ़ है, कि इस सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है और इन्हीं के कारण हमारी भारतीय वायु सेना को भारी नुकसान हुआ. ऑपरेशन सिंदूर पर कैप्टन शिव कुमार के सनसनीखेज खुलासे के अनुसार भारतीय वायु सेना ने 7 मई, 2025 की रात को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले के दौरान “भारत के राजनीतिक नेतृत्व की बाध्यता के कारण लड़ाकू विमानों को खो दिया”
सुप्रिया श्रीनेत ने नुकसान की जिम्मेदारी पर सवाल करते हुए पूछा, “अब ताज़ा खुलासे के बाद तो सवाल यह है कि सरकार के कारण यह नुकसान हुआ तो जिम्मेदारी किसकी है? क्या इसलिए सवालों से भागा जा रहा था? क्या इसलिए संसद के विशेष सत्र की मांग को ठुकराया गया? क्या इसीलिए मोदी जी सर्वदलीय बैठकों से मुँह चुराते रहे?”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने लिखा, “मोदी सरकार ने शुरुआत से ही देश को गुमराह किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विमान के नुकसान का खुलासा करने में असफल रही. कैप्टन शिव कुमार द्वारा एक चौंकाने वाले खुलासे में यह सामने आया है कि भारतीय वायु सेना ने 7 मई, 2025 की रात को पाकिस्तान में आतंकवादियों से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाते समय लड़ाकू विमान खो दिए .केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा दी गई बाध्यता के कारण.
उन्होंने आगे लिखा, “यह मोदी सरकार खास तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर सीधा आरोप है. कोई आश्चर्य नहीं कि वे संसद के विशेष सत्र की हमारी मांग टाल रहे हैं. उन्हें पता है कि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है, और वे इस बात से डरे हुए हैं कि कांग्रेस पार्टी भारत के लोगों के सामने क्या उजागर करेगी.