कनाडा में चल रहे जी-7 सम्मेलन 2025 कई कारणों से सुर्खियों में हैं. इस सम्मेलन को डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बीच में ही छोड़कर चले जाना और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को लेकर ट्रंप का बयान. इन कारणों से कनाडा के कनैनिस्किस में चल रहे जी-7 में सम्मेलन की खूब चर्चा हो रही है. भारत में भी जी-7 सम्मेलन 2025 की खूब चर्चा हो रही है. जी-7 सम्मेलन की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं जिसमें प्रधानमंत्री मोदी नहीं दिखाई दे रहे हैं. इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि जी-7 सम्मेलन में 9 देशों के नेता हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी नहीं दिखाई दे रहे हैं.

इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी सहित तमाम पार्टियों ने देश की बेइज्जती बताया. इस खबर को लेकर देश की जानी-मानी न्यूज एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल (ANI) का एक फेक ट्वीट वायरल हो रहा है. जिसे लोग सोशल मीडिया पर खूब शेयर कर रहे हैं. ANI के इस फेक और इडिटेड ट्वीट में लिखा था प्रधानमंत्री मोदी को जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया, लेकिन उन्हें मंच पर नहीं बुलाया गया? इसके बाद #boycottG7Summit का हैशटैग भी लिखा था. वहीं इस ट्वीट की जांच करने पर पता चला कि यह पूरी तरह फेक है. ANI ने ऐसा किसी भी तरह का ट्वीट नहीं किया है.

राजद की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका भारती ने जी-7 की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, “हमारे प्रधानमंत्री जी निकले तो थे भारत से, ग़ायब कहां हो गए?मनमोहन सिंह जी ने ठीक ही कहा था जबरन गले मिलने और बिन बुलाये बिरयानी खाने से रिश्ते नहीं सुधरते.

कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने भी उस इडिटेड ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, “ANI ने ट्वीट डिलीट कर दिया, शायद तस्वीर में ‘विश्वगुरु’ का सम्मान थोड़ा कम दिख रहा था”

इतिहासकार अशोक कुमार ने इडिटेड ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, “क्या वाक़ई यह ट्वीट डिलीट किया गया है? वैसे सच तो यही है कि कनाडा सरकार के इस व्यवहार के बाद मोदीजी को वहाँ जाना ही नहीं चाहिए था.”

पत्रकार संजय शर्मा में जी7 समिट की तस्वीरों को शेयर करते व्यंग्य के लहजे में लिखा, “लोग मजाक उड़ा रहे हैं कि G7 देशों के सम्मेलन की इस फोटो में मोदी जी दिख नहीं रहे . मजाक उड़ा तो ANI ने ये फोटो डिलीट कर दिया . अच्छा आप बताइये कि मोदी जी कहाँ गायब हो गये.“

ANI इस फेक स्क्रीनशॉट कई आम ट्विटर यूजर ने भी शेयर किया.

त्रिलोक नाम के एक ट्विटर यूजर ने इडिटेड ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, “ANI ने ट्वीट डिलीट कर दिया, शायद तस्वीर में ‘विश्वगुरु’ का सम्मान थोड़ा कम दिख रहा था. G7 की फोटो सेरेमनी में फकीरा को ढूंढ कर दिखाओ.अब पता चल गया विश्व गुरु की क्या औकात है.”

सिद्धार्थ नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “ऐसा लगता है कि एक ही व्यक्ति भाजपा आईटी सेल और एएनआई दोनों अकाउंट चला रहा है और हैशटैग #BoycottG7Summit सब कुछ बता रहा है.”

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