अहमदाबाद विमान दुर्घटना की जांच विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जा रही है. हादसे के दो हफ्ते से भी ज्यादा हो जाने पर भी ब्लैक बॉक्स की रिपोर्ट नहीं आ पाई है. जिस कारण यह सवाल उठ रहा है कि घटना को हुए 2 हफ्ते से हो जाने पर भी मुख्य जांचकर्ता की नियुक्ति क्यों नहीं हुई है. इससे हादसे की जांच की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ब्लैक बॉक्स के क्षतिग्रस्त होने का भी दावा किया है जिस कारण डेटा विश्लेषण में देरी हो सकती है. आपको बता दें की ब्लैक बॉक्स को पहले जांच के लिए अमेरिका भेजे जाने खबरें आई हुई थी. जिसने बाद में सरकार द्वारा खारिज कर दिया गया.

वहीं विमान हादसे के पीछे एविएशन फ्यूल में मिलावट की आशंका जताई जा रही है. आपको बता इंडियन आयल, एचपी और रिलायंस फ्यूल तीन प्रमुख कंपनियां प्लेन को एविएशन फ्यूल ऑयल सप्लाई करती हैं. इसलिए इस हादसे में अंबानी का भी नाम जुड़ गया है.

देश के प्रसिद्ध RTI एक्टिविस्ट कुणाल शुक्ला ने अहमदाबाद विमान हादसे पर DGCA में RTI डाला है. उन्होंने भी विमान हादसे पर एविएशन फ्यूल में मिलावट की आशंका जताई है.

एयर इंडिया विमान हादसे के लिये मेरे द्वारा DGCA में लगाया गया आरटीआई आवेदन 6(3) के तहत एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिंग ब्यूरो (AAIB) को ट्रांसफर किया गया है. मैंने आरटीआई से इस विमान का लास्ट फिटनेस सर्टिफिकेट तथा उस दिन अहमदाबाद से उड़ान भरने के पूर्व जिस इंजीनियर ने इसको ओके किया था उसका डिटेल मांगा है.

उन्होंने यूट्यूब ध्रुव राठी के वीडियो का हवाला देते हुए एविएशन फ्यूल में मिलावट की आशंका जताई. उन्होंने एवियेशन फ्यूल तीन कंपनियां सप्लाय करती हैं, इंडियन आयल, एचपी और रिलायंस फ्यूल. यानी कि यहाँ पर एक नाम अंबानी का आ रहा है, अब इस विमान को उस दिन फ्यूल किसने दिया था ये तो आरटीआई से पता चलेगा. यानी कि एक और आरटीआई लगाना पड़ेगा.

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे को आज दो हफ़्ते हो गए और अभी तक विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने जांच के लिए मुख्य जांचकर्ता की नियुक्ति तक नहीं की है.”

वहीं इस हादसे में अंबानी को कंपनी का नाम आना चिंताजनक है. इससे पता चलता है कि में देश मिलावट और भ्रष्टाचार कितना खतरनाक हो सकता है. फ्यूल में मिलावट कितना व्यापक है इसका जीता–जाता उदाहरण मध्य प्रदेश में देखने को मिला. जहां मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले में शामिल 19 गाड़ियों में पेट्रोल पंप पर डीजल की जगह पानी भर दिया. इस बात खुलासा तब हुआ जब एक पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने के बाद सभी वाहन कुछ दूरी तय करने के बाद अचानक चलते-चलते बंद हो गए. इस खबर के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. इसके तुरंत बाद पेट्रोल पंप को सीज कर दिया गया.

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