गुरुवार को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे ने पूरे देश को गमगीन कर दिया. इस भयानक हादसे के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायलों से मुलाकात की. इसके बाद पीएम मोदी ने बैठक कर दुर्घटना की समीक्षा की.

घटनास्थल की कुछ तस्वीरों को प्रधानमंत्री ने अपने अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा, “आज अहमदाबाद में दुर्घटना स्थल का दौरा किया. तबाही का मंजर दुखद है. अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की जो घटना के बाद अथक परिश्रम कर रहे हैं. हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस अकल्पनीय त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया है.”

प्रधानमंत्री ने इसी घटना में जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिजनों से भी मुलाकात मुलाकात की और दुख जताया.

अहमदाबाद में हुए इस भयानक हादसे बाद पत्रकार और आम लोग प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहे हैं. वहीं बहुत से लोग यह भी पूछ रहे हैं कि इस घटना का जिम्मेदार कौन है?

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस हादसे के बाद पीएम मोदी, गृह मंत्री और उड्डयन मंत्री के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने लिखा, “1950 के दशक में जब रेल पटरी से उतर गई थी. तब लाल बहादुर शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था.  उसी नैतिकता के आधार पर मैं प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से इस्तीफा देने की मांग करता हूं ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो सके. मोदी और उनके साथी अब तक जो कुछ भी कर रहे हैं, वह सिर्फ दिखावा है, जिसे रोकना होगा.

सुब्रमण्यम स्वामी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “जैसा कि मैंने पहले कहा था और इसके लिए मैं हाईकोर्ट भी गया था। एयरलाइन्स का प्रबंधन टाटा जैसी भारतीय आकार की कंपनियों द्वारा नहीं किया जा सकता. भले ही जेआरडी टाटा ने मूल रूप से इसका उपयोग करना शुरू किया हो.अब मोदी सरकार द्वारा विराष्ट्रीयकरण अनावश्यक था क्योंकि अब टाटा एक आइटम वाली कंपनी नहीं रह गई है और आज एयरलाइन्स को इसकी आवश्यकता है.

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया संगीत में प्रधानमंत्री के अहमदाबाद में निरीक्षण के दौरान की एक तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, “इस देश का दुर्भाग्य है. मौत के मंज़र में भी फोटो शूट जारी है.”

कॉमेडियन राजीव निगम ने लिखा, “अब ज़िम्मेदारी लेने और इस्तीफा देने की परंपरा समाप्त हो चुकी है, क्या यही नया भारत है.”

इतिहासकार अशोक कुमार पांडेय ने तंज कसते हुए लिखा, “दिक्कत यह है कि ज़िम्मेदार सिर्फ़ नेहरू हैं और उनका इस्तीफ़ा अब हो नहीं सकता”

पत्रकार रणविजय सिंह ने लिखा, “बालासोर रेल हादसे में 297 लोग मारे गए.अहमदाबाद प्लेन हादसे में 265 लोग मारे गए. इसके बाद क्या हुआ?  इन विभाग से जुड़े मंत्री मौके पर पहुंचे और बढ़िया रील बनाई. अलग-अलग एंगल से फोटो खिंचवाई. किसी की कोई जिम्मेदारी नहीं है, न कोई इस्तीफा है.शर्म बेच खाई है.”

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