देश की टीवी मीडिया हो या प्रिंट मीडिया आए दिन इन सभी पर फेक न्यूज फैलाने के आरोप लगते रहते हैं. दैनिक जागरण देश के सबसे ज्यादा सर्कुलेट होने वाले हिंदी अखबारों में से एक है. हाल ही में दैनिक जागरण ने एक यूपी के एक सरकारी स्कूल के अध्यापकों और उर्दू को लेकर एक झूठी खबर छापी दी. फैक्ट चेक करने पर उसकी पोल खुल गई. वहीं जागरण के फेक न्यूज के कारण प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया.
दरअसल दैनिक जागरण ने अपने संवाददाता के हवाले से यूपी के बिजनौर जिले को लेकर एक खबर छापी जिसमें प्रधानाध्यापिका और स्टाफ पर हिंदी की जगह विधालय का नाम उर्दू में लिखे जाने का दावा किया गया. खबर में बकायदा अध्यापकों की तस्वीरें भी छापी गई थी. लेकिन फैक्ट चेक करने पर इस ये खबर पूर तरह से फेक निकली. इस खबर को जानबूझकर को हिंदू-मुस्लिम, हिंदी-उर्दू का एंगल देने की कोशिश की गई.
फैक्ट चेक करने पर यह भी पता चलता है कि स्कूल में अभी भी नाम हिंदी में बड़े-बड़े अक्षरों में हिंदी भाषा में लिखा गया है. स्कूल के किनारे स्कूल का नाम उर्दू भाषा में लिखा गया है. जिन तस्वीरों को आधार बनाकर दैनिक जागरण ने इस तरह की बेबुनियाद और फेक न्यूज छापी है. इस झूठ का पर्दाफाश फैक्ट चेकर जुबैर ने किया.
दैनिक जागरण ने फैक्ट होने पर एक्सपोज होने के इस खबर को अपडेट कर दिया. दैनिक जागरण की इस गलत रिपोर्ट के कारण स्कूल की प्रिंसिपल रफत खान को निलंबित कर दिया गया.
जुबैर अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “हिंदी अख़बार दैनिक जागरण ने एक फ़र्ज़ी ख़बर चलाई है जिसमें दावा किया गया है कि बिजनौर के स्कूल के हेडमास्टर ने बिल्डिंग पर स्कूल का नाम हिंदी की जगह उर्दू में लिखवा दिया है. अख़बार ने जानबूझकर भ्रामक तस्वीर को ऐसे एंगल से शेयर किया है जिसमें सिर्फ़ उर्दू में लिखा नाम ही दिख रहा है. यह पहली बार नहीं है जब जागरण ने माहौल बिगाड़ने के लिए भ्रामक ख़बर शेयर की हो.”
अशराफ हुसैन नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “दैनिक जागरण ने बिना जांच पड़ताल के एक फोटो के आधार पर छाप दिया कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र के इस स्कूल में प्रधानाध्यापिका ने स्कूल का नाम उर्दू में लिखवाया. क्योंकि इस स्कूल में मुस्लिम अध्यापक ज्यादा है इसलिए खूब TRP आ रही होगी. लेकिन वीडियो में सच्चाई देखिये, किस तरह हिंदी नाम को क्रॉप करके सिर्फ उर्दू नाम पर फोकस किया गया है.”