बिहार अपराधियों का नया अड्डा बनता जा रहा है. बिहार में रोजाना कई ऐसी घटनाएं घट रही हैं जिसके कारण आम लोगों में डर का माहौल है. बिहार में घट रही ऐसी इस तरह की घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते है. जहां अपराधी फिल्मी स्टाइल में दिनदहाड़े गोली मारकर चले जाते हैं. बिहार में हत्या और लूटपाट और रेप होना आम बात हो गई है. एक ही ऐसी दिल दहला देने वाली घटना मुजफ्फरनगर से सामने आई है. जहां एक 11 साल की दलित बच्ची का रेप कर दिया जाता है और समय पर उचित इलाज को व्यवस्था न होने पर उसकी मौत हो जाती है.
दरअसल 26 मई को नाबालिग बच्ची के साथ मुज्जफनगर में रेप किया गया था. बच्ची के साथ दरिंदों ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उसका गला और सीना भी चाकू से काट दिया था. उसके शरीर के अंगों को चाकू से तहस नहस कर दिया. जिसके बाद 5 दिनों उस बच्ची का इलाज SKMCH मुजफ्फरनगर में चला. जहां उस पीड़ित बच्ची को राहत न मिल पाने पर उसको पटना के PMCH ने रेफर किया गया था. जहां उसे 8 घंटे के इंतजार के बाद उसे बेड मिला. 8 घंटे तक पीड़ित बच्ची एंबुलेंस में तड़पती रही जिसके अगले दिन रविवार को उस बच्ची ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
बिहार में इस तरह की घटनाएं जंगलराज का सबूत देती हैं. सोचिए बिहार के एक अस्पताल में एक रेप पीड़िता को 8 घंटे के इंतजार के बाद एक बेड मिलता है. ये बिहार सरकार के उन दावों की पोल जिसमें बिहार में सब कुछ ठीक होने की बात कि जाती है.
राहुल गांधी ने इस पूरी घटना को शर्मनाक हुआ लिखा, “मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बेटी के साथ दरिंदगी और फिर इलाज़ में हुई लापरवाही बेहद शर्मनाक है. अगर समय पर इलाज़ मिला होता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी. लेकिन डबल इंजन सरकार ने सुरक्षा तो दूर, जीवन रक्षा में भी घोर लापरवाही बरती. पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक हम चुप नहीं बैठेंगे. दोषियों और लापरवाह अफसरों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए.”
राजद प्रवक्ता प्रियंका भारती ने इस पूरे मामले पर लिखा, “कुर्सी कुमार और अमंगल पांडे को बधाई हो. आप जीत गए कुढ़नी की बेटी आपके निकम्मेपन से हार गई. बलात्कार कर 11 साल की दलित बच्ची का पेट चीर दिया हैवानों ने. 6 घंटे तक वो बच्ची मौत से लड़ी लेकिन उसे PMCH में बेड नहीं मिला. वो ज़िंदगी की जंग हार गई.”
बिहार कांग्रेस ने घटना पर सीएम नीतीश कुमार से स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे के की मांग करते हुए लिखा, “इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता. नीतीश कुमार तुरंत अपने स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा लें“
पत्रकार प्रभात कुमार मिश्रा ने लिखा, “ग्यारह साल की लड़की को रेप के बाद चाकुओं से गोद दिया गया! उसकी गंभीर हालत को देखते हुए मुजफ्फरपुर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने पटना रेफर कर दिया. परिजनों का आरोप है कि शनिवार को उसकी एम्बुलेंस राजधानी के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल PMCH के बाहर करीब चार घंटे खड़ी रही क्योंकि हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध नहीं था. कल वो लड़की मर गई.
दो दिन पहले बिहार को 50,000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात मिली है! चुनाव तक और सौगातें मिलेंगी! बिहार में विकास की बहार तेजी से बह रही है. उम्मीद है अब अस्पतालों में बेड की कमी नहीं रहेगी!”