दक्षिणपंथी विचारधारा की पत्रकारिता करने वाले रिपब्लिक टीवी ने कांग्रेस को लेकर एक फेक न्यूज़ फैलाई. इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग खूब ट्रोल कर रहे हैं. दरअसल अपने एक शो में अर्नब गोस्वामी ने तुर्किये देश के ‘इस्तांबुल कांग्रेस केंद्र’ को कांग्रेस का ऑफिस बता होने का दावा किया था. जिस कारण उनकी खूब ट्रोलिंग हो रही है. कांग्रेस पार्टी सहित देश के तमाम पत्रकारों ने भी अर्नब गोस्वामी की पत्रकारिता पर सवाल उठाए. लोग अभी सवाल उठा रहे हैं.
फेक न्यूज फैलाने वाली क्लिप में साफ देखा जा सकता है कि जिसमें अर्नब गोस्वामी इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर की तस्वीर दिखाकर इसे कांग्रेस का ऑफिस बता रहे हैं. अर्नब गोस्वामी ने दावा करते हुए कहा, ”मैं आपसे कुछ पूछना चाहता हूं. कांग्रेस पार्टी का तुर्किये में किस तरह का बिजनेस है? दर्शकों क्या आप जानते हैं कांग्रेस पार्टी तुर्की में रजिस्टर्ड हैं. 2019 में राहुल गांधी ने कहा था कि हम जरूर तुर्की में बड़ा ऑफिस खोलेंगे. मो. युसुफ खान को कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यों की देखरेख के लिए इस्तांबुल में नियुक्त किया गया था.”
वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने लिखा, “कोई कैसे कर सकता है? इतनी छूट कैसे मिल सकती है? अजीब हालात है.“
फैक्ट चेक मोहम्मद जुबैर ने अर्नब गोस्वामी की वीडियो क्लिप शेयर करते हुए लिखा “अर्नब ने इस्तांबुल कांग्रेस केंद्र को दिखाते हुए दावा किया किया कांग्रेस का कार्यालय है”
वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा ने अर्नब गोस्वामी की आलोचना करते हुए लिखा, “सरकारी चटकार इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर को कांग्रेस का दफ्तर बता रहा. इसलिए दुनिया में गिर रही है गोदी मीडिया के साथ! इंटरनेशनल बदनामी!”
पत्रकार दयाशंकर मिश्रा ने लिखा, “अर्नब गोस्वामी को हर दिन घर से नए-नए झूठ लिखकर लाने की ताकत विपक्षी नेताओं के TV स्टूडियो में बैठने से मिलती है. विपक्ष जब तक ऐसी पत्रकारिता का बहिष्कार नहीं करेगा, हर दिन गलती करके माफ़ी माँगी जाती रहेगी. जब तक विपक्ष माफ़ी की माँग करता है: IT सेल दुष्प्रचार को घर-घर पहुँचा चुकी होती है.”
वहीं कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, “अर्नब गोस्वामी ने इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर को कांग्रेस पार्टी का कार्यालय बताया! आगे क्या? क्या अमेरिकी कांग्रेस भी कांग्रेस पार्टी की विदेशी शाखा है? और इस फर्जी खबर बेचने वाले पर भरोसा करें कि वह फर्जी, झूठी खबरें फैलाए.”
कांग्रेस नेता नदीम जावेद ने लिखा, “सत्ता की गुलामी में गोदी मीडिया की रीढ़ ही घिस चुकी है. अब फर्क नहीं पड़ता कि सच क्या है, बस इतना ज़रूरी है कि मालिक ख़ुश हो जाए. ‘इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर’ को कांग्रेस पार्टी का दफ़्तर बता देना कोई गलती नहीं, बल्कि नियोजित षड्यंत्र है. अर्नब गोस्वामी इस तरह के फर्जीवाड़े के पोस्टर ब्वॉय बन चुके हैं. जिसने पत्रकारिता को तमाशा बना दिया.”
कांग्रेस NSUI प्रेसिडेंट वरुण ने चौधरी ने लिखा, “फेक न्यूज़ के दो सरगना अर्नब गोस्वामी और अमित मालवीय को लगता है दुनिया में जिस बिल्डिंग में कांग्रेस लिखा है वो कांग्रेस पार्टी की है“ हाँ अक्ल के दुश्मन, अब बोल दो USA कांग्रेस भी कांग्रेस पार्टी का है। ये जानते सब हैं बस अपने अनपढ़ भक्तों को फ़ीड कर रहे हैं”
सोशल मीडिया यूजर और पत्रकार अभिषेक ने पूरे मामले पर लिखते हुए कहा, “रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी ने इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर नामक कन्वेंशन सेंटर की तस्वीर दिखाते हुए दावा किया कि यह तुर्की में कांग्रेस पार्टी का पंजीकृत कार्यालय है. क्या अब वे यह दावा करेंगे कि अमेरिकी कांग्रेस अमेरिका में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की चौकी मात्र है?”
आपको बता दें कि अर्नब गोस्वामी की इसी क्लिप को भाजपा नेता अमित मालवीय ने शेयर करते हुए लिखा था. “क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी का तुर्की में पंजीकृत कार्यालय है? क्या राहुल गांधी बता सकते हैं कि इस कदम की क्या ज़रूरत थी? यह कई स्तरों पर विचित्र और समझ से परे है. भारत को यह जानने का हक है . उन्होंने आगे कहा याद रखें दुश्मन का दोस्त भी दुश्मन ही होता है.”
पत्रकार मुकेश कुमार ने लिखा, “अर्नब गोस्वामी फेक न्यूज की फैक्ट्री हैं. उनकी पत्रकारिता का एक ही लक्ष्य है- कांग्रेस और राहुल गांधी को बदनाम करना. अब देखिए कि अपनी इसी धुन में वे तुर्किये की राजधानी में कांग्रेस का दफ्तर ढूँढ़ लाए हैं.उन्हें वहां कन्वेंशन सेंटर के नाम में कांग्रेस शब्द दिखा और वे उछल पड़े. यानी दुनिया भर में जहाँ भी कांग्रेस के नाम के भवन होंगे वे कांग्रेस पार्टी के दफ्तर हो जाएंगे.
ये हँसने की बात नहीं है. प्रोपेगेंडा करने वाले ऐसे ही फंसते हैं.”