जब पत्रकार सत्ता की आंखों में आंख डालकर सवाल पूछने लगे तो सरकार की जमीन हिलने लगती है. पत्रकार का सत्ता से सवाल न केवल खटकता है बल्कि उन्हें डर भी लगने लगता है कि कहीं पत्रकारों के सवाल से उनकी नींव ना हिल जाए. इसी तरह के सवालों से डरी भाजपा सरकार न केवल उनके खिलाफ एफआईआर करवा रही है बल्कि यूट्यूब चैनल को बंद करवा रही है. 

हम बात कर रहे हैं देश के जाने माने न्यूज प्लेटफार्म 4 PM की जिसकी जिसके यूट्यूब में 73 लाख से अधिक सब्सक्राइबर थे. जिसको हर दिन लाखों लोग देखते हैं. शायद यही लोकप्रियता सत्ता को चुभने लगी. 4 PM समसामयिक मुद्दों के साथ अपने कड़े तेवर वाली पत्रकारिता के लिए जाना जाता है. जिसके एडिटर इन चीफ संजय शर्मा सत्ता की आंख में आंख डालकर सरकार से सवाल पूछते हैं. शायद यही बता सत्ताधारी मोदी सरकार को पसंद नहीं आई. जिस कारण सरकार  ने ‘नेशनल सिक्योरटी’ का हवाला देते हुए इसे बैन करने के लिए यूट्यूब को आदेश दे दिया.

आपको बता दें कि 4PM का मुख्यालय लखनऊ में है. वहीं इसकी अन्य शाखाएं हैं जैसे 4PM यूपी, 4 PM बिहार और 4 PM हरियाणा भी है. सरकार ने अभी केवल 4 PM नेशनल के यूट्यूब को देश भर में बैन किया है.

4 PM के यूट्यूब चैनल को बैन करने के बाद से इसके एडिटर इन चीफ संजय शर्मा ने ट्वीट कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “हमारा नेशनल चैनल 4 PM सरकार ने बंद करवा दिया.  नेशनल सिक्योरिटी का बहाना बनाकर लोकतंत्र की एक मजबूत आवाज को कुचलने की कोशिश की गई है. मैं देश से उतना ही नहीं, उससे कहीं ज्यादा प्यार करता हूँ जितना ये सरकार दावा करती है. अगर किसी वीडियो पर सरकार को आपत्ति थी, तो एक मेल भेजकर बताया जा सकता था .मैं खुद जांचता और अगर गलती होती, तो उसे हटा देता. लेकिन सच ये है कि मोदी देश नहीं हैं. सरकार से सवाल पूछना गुनाह नहीं है. लोकतंत्र में आवाज उठाना हमारा अधिकार है.तानाशाही से डरने वाले नहीं हैं”. 

उन्होंने आगे लिखा, चैनल बंद हो सकता है, पर हमारी आवाज नहीं. चाहे यूट्यूब हो या कोई और मंच, हम लोकतंत्र की मशाल जलाते रहेंगे. बस आपका स्नेह, आपका साथ, और आपका विश्वास हमेशा हमारे साथ बना रहे. 4 PM एक आवाज है और आवाजों को बंद नहीं किया जा सकता.

वहीं सरकार ने इस चैनल को बैन करके घिरती हुई नजर आ रही है.संजय शर्मा के समर्थन में कई राजनीतिक पार्टियों सहित कई सारे पत्रकार और बुद्धिजीवी भी आए हैं. इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार राकेश पाठक ने सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट किया,  “समानांतर मीडिया पर सरकार का कहर बढ़ता जा रहा है. आज सरकार के आदेश पर हमारे अनुज समान मित्र संजय शर्मा का 4PM नेशनल चैनल बंद करवा दिया गया है. इस चैनल के सत्तर लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर थे. संजय शर्मा ने चैनल बंद होने की सूचना साझा करते हुए बताया है कि सरकार ने नेशनल सिक्योरिटी का हवाला देकर चैनल बंद करवा दिया है. हमारी मांग है कि 4PM चैनल पर लगा प्रतिबंध अविलंब हटाया जाए. हम सरकार किस कदम की कड़ी निंदा करते हैं.”

वहीं इस पूरे मुद्दे पर जाने माने शिक्षक विजय चौहान ने सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए एक्स पर लिखा, “जब सरकार को देश समझ लिया जाता है. फासीवाद ही राष्ट्रवाद मान लिया जाता है.  4PM को सरकार ने बंद करवा ही दिया. आप ताली बजा सकते हैं”.

4PM को बैन करने के बाद से कई राजनीतिक पार्टियों ने सरकार की आलोचना की और इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया. कांग्रेस नेत्री ने एक्स पर लिखा, “इतना बड़ा हमला हुआ, मीडिया ने सवाल नहीं पूछे.. बेचारे सब PMO चपरासी के व्हाट्सएप एजेंडा चलाने में व्यस्त है. सच दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. कितनी डरपोक सरकार है!”

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी इस पर सवाल करते हुए कहा कि, “मोदी को लड़ना था पाकिस्तान से लड़ रहे हैं देश में यूट्यूब चैनल चलाने वाले संजय शर्मा से मोदी जी इतना मत घबराओ लोकतंत्र में आलोचना सुनना सीखो”

वहीं आरजेडी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका भारती ने संजय शर्मा के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा लिखा, “जब बहुतायत मीडिया हाउस सत्ता के चरणों में लेटे हुए है उस दौड़ में 4PM जैसे चैनल सत्ता पक्ष से सवाल करने की जरूरत कर रहे हैं” बस इतनी सी बात है, देशद्रोही होने के लिए! 4PM के संपादक संजय जी को मेरा बेशर्त समर्थन पहुँचे. सरकार जल्द पाबंदी हटाए, अपनों से नहीं आतंक से लड़िए.”

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