बीजेपी के बड़बोले सांसद निशिकांत दुबे मुसलमानों को ट्रोल करने के चक्कर में खुद बुरे फंसते नजर आ रहे हैं. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी में जहां एक तरफ पूरा देश गम और गुस्से में है. वहीं दूसरी तरह निशिकांत दुबे समेत कई भाजपा नेता इस पूरे हमले को हिंदू–मुस्लिम देने में लगे हैं.
हाल ही में बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा “अशहदु अल्लाह इल्लाह इल्लल्लाहु वह दहु ला शरी-क लहू व अशदुहु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु” आजकल कलमा सीख रहा हूँ, पता नहीं कब जरूरत पड़े.
इस पोस्ट को पढ़कर आप निशिकांत दुबे की मानसिकता समझ सकते हैं. इसको पढ़कर आप खुद समझ जाएंगे कि वह किस पर व्यंग्य करना चाहते हैं. उनका यह ट्वीट उन्हीं पर भारी पड़ता नजर आ रहा है.
उनके इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं. लोग यह इस पर सवाल पूछ रहे हैं क्या निशिकांत दुबे यह मान रहे हैं कि यह हमला सरकार का फेलियर है? क्या पीएम मोदी और अमित शाह पर उनको भरोसा नहीं है? क्या उन्हें भारत सरकार पर यकीन नहीं रह गया है, इसलिए वो कलमा पढ़ सीख रहे हैं. यानी वो ये मानकर चल चल रहे हैं कि इस तरह का हमला फिर हो सकता है और उनकी मजबूत सरकार कुछ नहीं कर सकती है. इससे साफ होता है कि सरकार अब लोगों को सुरक्षा देने में भी नाकाम है.
उनके इस ट्वीट का मायने निकाले जाने चाहिए कि जब सत्ताधारी सरकार के सांसद ही जब देश में सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित हो सकता है. इस ट्वीट पर लोगों की भी प्रतिक्रिया भी आई है, फैक्ट चेकर मोहम्मद ज़ुबैर ने लिखा “मोदी है तो मुमकिन है“.
एक एक्स यूजर मनीष कुमार यादव ने उसके पोस्ट पर लिखा कि, “घाघरा चोली और चूड़ियां , बिंदी भी लगाना सीख जाइए क्या पता कब पहन कर भागना पड़ जाए“.
वहीं एक अन्य यूजर प्रियांशु कुशवाहा ने रीपोस्ट करते है लिखा, “मतलब जब जान पर खतरा आएगा, तब दुबे जी तलवार की नोक पर सलवार पहन के निकल लेंगे. यही तो इनका इतिहास भी रहा है न?“
वहीं एक अन्य यूजर श्याम ने उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “इतनी वीभत्स घटना होने के बाद भी इन्हें मसखरी सूझ रही है.”