बस दिल्ली चुनाव में चंद घण्टे का समय बचा है. जहां दिल्ली की ठंड ने 119 साल का रिकॉड तोड़ा वहीं दिल्ली के शाहीन बाग में इस कड़कड़ाती,कपकपाती और हड्डी गला देने वाली ठंड में भी एनआरसी, सीएए के खिलाफ धरने पर बैठी महिलाओं ने देश और दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया.
दिल्ली चुनाव के सारे मुद्दे एक तरफ वहीं शाहीन बाग एक तरफ. जहां केजरीवाल ने अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उत्तम शिक्षा, बेहतर स्वास्थय, सस्ती बिजली,स्वच्छ पानी और महिलाओं के फ्री बस यात्रा सहित वुजुर्गों के तीर्थयात्रा के नामे पर वोट मांगा और कहा, अगर हमने काम किया है, तो वोट देना नहीं तो मत देना. साथ ही साथ केजरीवाल ने कहा आजादी के बाद पहला मुख्यमंत्री हूं जो काम के नाम पर वोट मांग रहा हूं.
दूसरी तरफ बीजेपी ने केजरीवाल को सबसे झूठा इंसान बताया, और आरोप लगाया केजरीवाल ने पिछले पांच साल में जितने वादे किए थे. उन्होंने एक भी वादे को पूरा नहीं किया. सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल ने तुष्टीकरण की राजनीति की है. जिसका नतीजा है कि आज शाहीनबाग धरने की वजह से पूरी दिल्ली जाम हो गई.
15 लाख लोगों को इस जाम के कारण हर रोज जूझना पड़ रहा है. बीजेपी के पास केजरीवाल से सामना करने का लिए कोई भी ऐसे ठोस मुद्दा नहीं था, सिवाय शाहीन बाग के बीजेपी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान शाहीन बाग को प्रमुखता से उठाया. शाहीन बाग के जरिए वोटों का धुव्रीकरण करने की भी पूरी कोशिश की.
और अब जब चुनाव में बस मामूली सा समय बचा हुआ है, तभी बीजेपी की नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट किया है. जिसमें एक लड़का अपने हाथों में एक पोस्टर लिऐ खड़ा है, और उस पोस्टर में अंग्रेजी में लिखा है- ‘शाहीन बाग की जनता आम आदमी पार्टी को वोट करेगी और आप किसे करेंगे?’
इस ट्वीट पर मीनाक्षी लेखी को जवाब देते हुए आप के सोशल मीडिया राष्ट्रीय संयोजक ने लिखा- अगर आपने काम किया होता तो ये करने की जरूरत नहीं पड़ती.
साफ शब्दों में कहे तो बीजेपी को अपनी डूबती नईया को पार कराने के लिए शाहीन बाग का सहारा लेना पड़ रहा है. बीजेपी इस चुनाव को हिन्दू मुस्लिम में बदलने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है.