देश में मुस्लिम के नाम पर गाली देना, किसी के साथ मारपीट और किसी को धमकी देना आम बात होती जा रही है. कुछ इसी तरह का एक मामला सामने आया है. पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने मुस्लिम नाम से बम रखने की पुलिस को झूठी धमकी दी थी.
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के नोएडा से 51 वर्षीय अश्विनी कुमार को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. अश्विनी कुमार ने फिरोज के नाम से गणेशोत्सव के दौरान अनंत चतुर्दशी के मौके पर मुंबई को दहलाने वाली फर्जी बम धमकी दी है. पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि अश्विनी कुमार ने साजिश उसके पुराने दोस्त फिरोज को फंसाने के लिए रची गई थी .
मुंबई क्राइम ब्रांच ने गुरुवार रात को नोएडा के सेक्टर 79 स्थित एक रिहायशी सोसाइटी में छापा मारकर अश्विनी को गिरफ्तार किया है.आरोपी मूल रूप से बिहार के पटना के पाटलिपुत्र का रहने वाला है और पिछले पांच सालों से नोएडा में ज्योतिष और वास्तु सलाहकार के रूप में काम कर रहा था. पुलिस ने उसके कब्जे से मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिनसे धमकी भेजी गई थी. वर्तमान में अश्विनी को ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लाया जा रहा है. जहां से गहन पूछताछ होगी.
धमकी के खुलासे से मच गया हड़कंप
गुरुवार को मुंबई ट्रैफिक पुलिस के आधिकारिक व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर एक संदिग्ध संदेश आया, जिसमें ‘लश्कर-ए-जिहादी’ नामक कथित आतंकी संगठन का उल्लेख करते हुए दावा किया गया कि 14 पाकिस्तानी आतंकी शहर में प्रवेश कर चुके हैं. संदेश में बताया गया कि 34 वाहनों में 400 किलो आरडीएक्स और 34 ‘ह्यूमन बम’ तैनात हैं, जो अनंत चतुर्दशी के दौरान मुंबई में भारी विस्फोट करेंगे. इसमें यह भी चेतावनी दी गई कि इस हमले से एक करोड़ लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है. इस धमकी ने गणेश विसर्जन की तैयारियों के बीच पूरे मुंबई को हाई अलर्ट पर डाल दिया.
घरेलू विवाद के कारण पत्नी रहती है अलग
आरोप अश्विनी कुमार ने स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई की है और वह शादीशुदा है. पत्नी से विवाद के चलते उससे उसकी पत्नी दूर रहती है.उसके तीन बच्चे भी हैं जिनमें से दो बच्चे पत्नी के साथ और एक बेटी आरोपी के साथ रहती है. उसके पिता शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं.
बदले की आग में दोस्त को फंसाने की रची साजिश
क्राइम ब्रांच ने जब अश्विनी कुमार से पूछताछ की तो उसने बताया कि अपने दोस्त को जेल भेजना चाहता था. जिसकी शिकायत के कारण उसे 3 महीने जेल की सजा काटनी पड़ी थी. पुलिस ने बताया कि यह एक व्यक्तिगत रंजिश का मामला है. आरोपी ने फर्जी संगठन का नाम इस्तेमाल कर शहर में दहशत फैलाने की कोशिश की. हमने उसके सभी उपकरण जब्त कर लिए है.