क्या बताया गया है मॉड्यूल में?
मॉड्यूल में बताया गया है कि विभाजन कुछ गलत सोच की वजह से हुआ. इसमें बताया गया कि जिन्ना ने 1940 में लाहौर प्रस्ताव के जरिए हिंदू और मुसलमानों को अलग-अलग दिखाया और पाकिस्तान की मांग की. लॉर्ड माउंटबेटन ने सत्ता हस्तांतरण की तारीख को जून 1948 से पहले अगस्त 1947 कर दिया. ये मॉड्यूल पाठ्यपुस्तकों का हिस्सा नहीं हैं बल्कि प्रोजेक्ट, पोस्टर और चर्चा के लिए हैं. ये कहा गया है कि मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस और लॉर्ड माउंटबेटन को देश के बंटवारे का जिम्मेदार हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2021 का संदेश भी शामिल है, जिसमें उन्होंने विभाजन को ‘भूलने योग्य नहीं’ त्रासदी कहा था.
इसमें विभाजन को बहुत बड़ी त्रासदी बताया गया, जिसमें करीब 1.5 करोड़ लोग बेघर हुए, हिंसा हुई, और कई लोग मारे गए. मॉड्यूल में यह भी कहा गया कि विभाजन के बाद कश्मीर एक नई समस्या बना जो आज भी भारत के लिए चुनौती है.
पवन खेड़ा ने NCERT के नए मॉड्यूल को झूठा बताया और उन्होंने RSS को मुस्लिम लीग के बंटवारे का करने जिम्मेदार बनाया. पवन ने कहा, “आग लगा दीजिए इस किताब को अगर ये सब नहीं लिखा है ये हकीकत है. हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की वजह से पार्टीशन हुआ है. इतिहास के सबसे विलेन कोई है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है. पीढ़िया उनको माफ नहीं करेंगी जो उनका योगदान रहा है. मुखबिरी करते हुए उन्होंने अपने 25 साल गुजारे हैं. उस मुखबिरी में जिन्ना और मुस्लिम लीग के साथ जुगबंदी थी. आडवाणी जी जिन्ना की मजार पर सजदा करने गए थे. जिस तरह से संस्थाओ में हस्तक्षेप करके इतिहास को तोड़ मरोड़ रहे हैं. हम, कोई चुप बैठने वाले हैं क्यों इतिहास के पन्ने हटा सकते हैं? यह वाले 1938 वाले, 1920 वाले, 1942 वाले.”