भारत और अमेरिका के बीच लगातार संबंधों में कड़वाहट बढ़ती जा रही है. हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के खिलाफ 25 प्रतिशत टैरिफ (आयात शुल्क) लगाया था. जो कि 7 अगस्त से प्रभावी हो गया है. डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को फिर से झटका देते हुए टैरिफ को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है. जिससे भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इसके साथ ही अमेरिका द्वारा सबसे अधिक टैरिफ थोपे गए देशों में भारत ब्राजील के साथ टॉप पर आ गया है.

आपको बता दें कि जनवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के तकरीबन 1 महीने बाद भारत और अमेरिका के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट बात शुरू हो गई थी. अमेरिका के साथ तकरीबन 5 महीने चली इस बात–चीत में दोनों देशों के बीच समझौता नहीं हो पाया.

किन देशों पर कितनी टैरिफ?

अमेरिका द्वारा भारत और ब्राजील पर सबसे अधिक 50-50 प्रतिशत टैरिफ, सीरिया पर 41 प्रतिशत टैरिफ, स्विट्जरलैंड पर 39 प्रतिशत टैरिफ, चीन पर 30 प्रतिशत टैरिफ, कनाडा पर 35 प्रतिशत टैरिफ, पाकिस्तान पर 19 प्रतिशत, दक्षिण अफ्रीका पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. इस तरह अमेरिका ने पाकिस्तान और चीन से भी अधिक टैरिफ भारत पर लगाया है. भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ 21 दिन बाद से प्रभावी होगा.

ट्रंप द्वारा भारत के पर 50 प्रतिशत टैरिफ किए जाने के बाद भारत सरकार इसे अनुचित बताया और देशहित में आवश्यक कदम उठाने की बात कही.

भारत सरकार ने बयान जारी कर कहा, “हाल के दिनों में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है. हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है. जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारे आयात बाजार के कारकों पर आधारित हैं और भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के समग्र उद्देश्य से किए जाते हैं. इसलिए यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर उन कार्यों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का विकल्प चुना है जो कई अन्य देश भी अपने राष्ट्रीय हित में कर रहे हैं. हम दोहराते हैं कि ये कार्य अनुचित, अनुचित और अविवेकपूर्ण हैं. भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा.

अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री मोदी की भी प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने कहा, “हमारे लिए अपने किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है.भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरे भाई-बहनों के हितों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा. मैं जानता हूं कि व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं.”

भारत पर टैरिफ बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने के बाद पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने भारत के खिलाफ और भी प्रतिबंध लगाने का इशारा किया. ट्रंप से एक पत्रकार ने सवाल किया कि भारतीय अधिकारियों का कहना है कि और भी देश रूस से तेल खरीद रहे हैं तो सिर्फ़ भारत को क्यों निशाना बनाया गया है? इसपर ट्रंप ने जवाब देते हुए कहा, “कोई बात नहीं. अभी तो सिर्फ़ आठ घंटे ही हुए हैं. देखते हैं क्या होता है. अभी आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा. आपको कई अतिरिक्त प्रतिबंध भी देखने को मिलेंगे.”

ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ट्रम्प का 50 प्रतिशत टैरिफ़ आर्थिक ब्लैकमेल है और भारत को एक अनुचित व्यापार समझौते के लिए धमकाने का एक प्रयास है. प्रधानमंत्री मोदी को अपनी कमजोरी को भारतीय जनता के हितों पर हावी नहीं होने देना चाहिए.”

https://x.com/RahulGandhi/status/1953112293103026488?s=19

इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर पत्रकारों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी.

पत्रकार रवीश कुमार ने तंज के लहजे में कहा, “टैरिफ़ से एक सच्चे भारतीय को क्यों दिक्कत होगी? क्या उसे जीएसटी से समस्या हुई? नोटबंदी से समस्या हुई? क्या पता टैरिफ़ से भी फ़ायदा हो. उसका ध्यान है कि जुगाड़ लग जाए तो जज बन जाएँ और जुगाड़ लग जाए तो सरकार की अफ़सरी छोड़ साहब की कंपनी में चले जाएँ. एक सच्चा भारतीय दिल्ली वालों की तरह सुबह और शाम घंटों जाम में रहता है. ट्रैफ़िक में टैरिफ़ देने वाले सच्चे भारतीयों को कभी टैरिफ़ से तकलीफ नहीं होगी। ख़ुद नहीं बोलता है और वो पीएम की चुप्पी से परेशान हो जाएगा?”

https://x.com/ravish_journo/status/1953264258386673927?s=19

पत्रकार प्रभाकर कुमार मिश्रा ने तंज के लहजे में लिखा, “कोई बता रहा था, इसका खामियाजा अमेरिका को भुगतना पड़ेगा, अमेरिका में महंगाई बढ़ेगी! मतलब हम लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है!”

https://x.com/PMishra_Journo/status/1953150634531930139?s=19

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