मध्यप्रदेश में इंदौर से देवास के बीच 32 घंटे से अधिक समय तक लगे लंबे जाम की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई. 8 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लगे इस ट्रैफिक जाम में 4000 से अधिक वाहन फंसे थे. ट्रैफिक जाम में फंसने की वजह से 2 लोगों को हार्ट अटैक और एक मरीज की मौत ऑक्सीजन खत्म होने की वजह से हो गई.
इस ट्रैफिक जाम में स्कूल की बसें, निजी वाहन और एंबुलेंस भी फंसी रहीं. जिस कारण लोगों को कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इतने लंबे समय तक लगे ट्रैफिक जाम को इसको खुलवाने के लिए पुलिस के केवल 4 जवान मौजूद थे.
32 घंटे से अधिक समय तक लगे लंबे जाम का मुख्य कारण पास में ही ओवरब्रिज का निर्माण कार्य और उसके ट्रैफिक को डाइवर्ट करना, डायवर्जन रोड की खराब स्थिति के कारण हुआ और भारी वाहनों के अधिक संख्या में होना मुख्य कारण माना जा रहा है.
वहीं इस लंबे ट्रैफिक जाम में 3 लोगों की मौत पर कांग्रेस और आम लोगों ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार की जमकर आलोचना की है.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर इस घटना को बीजेपी सरकार की नाकामी बताते हुए लिखा, “मध्य प्रदेश में इंदौर-देवास रोड पर 32 घंटे का लंबा जाम लगने से 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस जाम में एंबुलेंस समेत करीब 4000 गाड़ियां फंसी रहीं, जिसके कारण लोगों और खासकर महिलाओं, बच्चों को काफी तकलीफ झेलनी पड़ी. ये साफतौर पर BJP सरकार की लापरवाही और नाकामी है. BJP सरकार ने मध्य प्रदेश को बदहाली के दलदल में धकेल दिया है. ये मौत नहीं, हत्या है जिसकी जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ BJP सरकार है.”
कांग्रेस नेता दीपक खत्री ने ट्रैफिक जाम में 3 लोगों की मौत हत्या बताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “32 घंटे तक इंदौर-देवास रोड पर फंसे रहे लोग. 3 ज़िंदगियाँ दम तोड़ गई. ये हादसा नहीं हत्या है और इसके कातिल हैं. मध्य प्रदेश की BJP सरकार में सिस्टम की लापरवाही ने ले ली सांसें! अब कौन जवाब देगा?“
वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्रा ने लिखा, इंदौर में 32 घंटे के ट्रैफ़िक जाम के कारण तीन नागरिकों की हार्टअटैक से मौत हो गई. एक मरीज़ की अस्पताल पहुँचने से पहले ऑक्सीजन खत्म होने से मौत हो गई. इन हादसों के लिए कौन जिम्मेदार है? मध्य प्रदेश में ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इससे पहले भी सरकार के प्रिय कथावाचक के कार्यक्रम में भी जाम और भगदड़ से लोगों की मौत हुई थी.
उन्होंने आगे धर्मांधता पर नफरत की राजनीति पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, “सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य इसके लिए ही हम वोट देते हैं. धर्मान्धता और नफ़रत की राजनीति ने हमारे विवेक को भी जाम कर दिया है। ऐसी खबरों पर हम रुके नहीं, सोचते नहीं! हमें गुस्सा नहीं आता, सारा गुस्सा और आक्रोश हमने टेलीविजन देखने के लिए बचाकर रखा है. मध्य प्रदेश की जनता सांप्रदायिकता के सर्कस की सबसे बड़ी तमाशबीन है.
इस घटना पत्रकार रणविजय सिंह ने लिखा, “मध्य प्रदेश में एक रोड पर 32 घंटे का लंबा जाम लगा. इस जाम में फंसकर 3 लोगों की मौत हो गई.जाम इसलिए लगा कि उस सड़क पर एक ब्रिज बनाया जा रहा है. ये हालात हैं देश के जहां आम लोग जाम में फंसकर मर जा रहे हैं.”