गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान क्रैश हो गया. इस विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी नेता विजय रूपाणी की भी मौत हो गई. इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे. जिसमें सभी की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. विजय रूपाणी की मौत की जानकारी भाजपा के राज्यसभा सांसद परिमल नथवानी ने एक्स पर दी. लेकिन कुछ देर बाद उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी.
प्लेन में विदेशी भी थे सवार
इस विमान में भारत के अलावा विदेशी नागरिक भी सवार थे. जिसमें 53 ब्रिटिश नागरिक, 7 पुर्तगाली और 1 कैनेडियन नागरिक सवार थे. हादसे के बाद से लोगों ने लोगों के शव बुरी तरह जल गए. वहीं प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया वो इंटर्न डॉक्टरों की बताई जा रही है. पूरी बिल्डिंग बुरी तरह से तबाह हो गई है.
इस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले विजय रूपाणी गुजरात के 16 वें मुख्यमंत्री थे. वे 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे. वे भाजपा से राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनकी पत्नी अंजलि रूपाणी लंदन में हैं. माना जा रहा है कि वे उन्हें ही लेने के लिए लंदन जा रहे थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विजय रूपाणी की सीट 2D थी. विजय रूपाणी की मौत की खबर के बाद भाजपा नेताओं में शोक की लहर है. रूपाणी की गुजरात में मजबूत बैठ थी.
म्यांमार से क्या है कनेक्शन?
विजय रूपाणी का पूरा नाम विजय रमणिकलाल रूपाणी था. उनका जन्म 2 अगस्त 1956 को म्यांमार के येनगोन में हुआ था. उनके मां का नाम मायाबेन और पिता का नाम रमणिकलाल रूपाणी है. उनके 7 भाई-बहन थे जिनमें वे सबसे छोटे थे. 1960 में म्यांमार में उथल-पुथल के बाद उनका परिवार म्यांमार छोड़कर गुजरात के राजकोट में बस गया था. विजय रूपाणी ने गुजरात के सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से बीए और बीए एलएलबी की पढ़ाई की थी.
राजनीतिक सफर
विजय रूपाणी कॉलेज के समय से ही ABVP से जुड़ गए थे. 1971 में आरएसएस और संघ से जुड़े. 1976 में इमरजेंसी के दौरान 11 महीने के लिए जेल भी गए थे. 1996 से 1997 तक राजकोट के मेयर रहे. 1998 में बीजेपी गुजरात यूनिट के चेयरमैन बनाए गए. 2006 से 2012 तक राज्यसभा सांसद रहे. 2014 में राजकोट वेस्ट से विधायक चुने गए और आनंदीबेन पटेल की सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर बने. उसके बाद साल 2016 में उन्हे गुजरात बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया. 7 अगस्त 2016 को गुजरात के मुख्यमंत्री बने. वहीं 2017 में गुजरात में बीजेपी के जीतने के बाद वे उन्हें पुन: मुख्यमंत्री चुना गया. इस पद पर वह 2021 तक मुख्यमंत्री रहे.